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"खेल सिर्फ चरित्र का निर्माण ही नहीं करते हैं, वे इसे प्रकट भी करते हैं." (“Sports do not build character. They reveal it.”) shankar.chandraker@gmail.com ................................................................................................................................................. Raipur(Chhattigarh) India

Friday 24 June, 2011

दौड़ा पूरा रायपुर

0 अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक दिवस पर हुई दौड़ में जुटे हजारों लोग
0 सुरक्षा कारणों से नहीं दौड़ीं रवीना व मल्लेश्वरी
0 दौड़ में बस्तर-बालाओं का रहा दबदबा



रायपुर। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक दिवस पर गुरुवार को राजधानी में हुई ओलिंपिक दौड़ में रायपुरियंस का उत्साह छलक पड़ा। राजधानी समेत प्रदेशभर से हजारों की संख्या में जुटे विभिन्ना आयु वर्ग के लोगों ने दौड़ लगाकर राज्य में खेल को बढ़ावा देने का संदेश दिया। छत्तीसगढ़ ओलिंपिक संघ के इस सालाना आयोजन में शामिल होने आई अभिनेत्री रवीना टंडन और ओलिंपियन कर्णम मल्लेश्वरी सुरक्षा कारणों से दौड़ में हिस्सा नहीं ले पाईं, लेकिन उन्होंने दौड़ में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों की जमकर हौसला अफजाई की। वे उद्घाटन व समापन समारोह में मौजूद रहीं और आयोजन व यहांॅ के लोगों की खूब तारीफ की। इस बार ओलिंपिक दौड़ की खासियत रही कि इसमें बच्चों से लेकर 80 साल के बुजुर्गों ने दौड़ लगाकर अपने हौसले व जोश का प्रदर्शन किया। दौड़ में हमेशा की तरह इस बार भी बस्तर बालाओं ने बाजी मारी और अपना दबदबा बनाए रखा।
राज्यपाल शेखर दत्त ने देर से शुरू हुई दौड़ को 'रचेंगे इतिहास, दौड़ेंगे साथ" स्लोगन के साथ सुबह 8.25 बजे शहीद भगत सिंह चौक पर हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सबसे पहले 11 से 15 आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने दौड़ शुरू की। इसके बाद 15 वर्ष से अधिक उम्र वाले प्रतिभागी और बाद बुजुर्गों ने दौड़ लगाई। 11 से 15 आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने शहीद भगत सिंह चौक से जयस्तंभ चौक फिर वापस शहीद भगत सिंह चौक तक चार किमी की एक लैप में दौड़ लगाई। 15 वर्ष से अधिक उम्र वाले प्रतिभागियों ने शहीद स्मारक चौक से जयस्तंभ चौक फिर वापस शहीद भगत सिंह चौक तक आठ किमी की दो लैप में दौड़ लगाई। इस दौरान चेक पर खिलाड़ियों की सहायता के लिए वालिंटियर भी मौजूद रहे और प्रतिभागियों को पानी पाउच बांॅटते रहे। दो किमी की इस दूरी पर प्रतिभागियों के पीछे-पीछे उनकी सहायता के लिए पुलिस गाड़ी व एम्बुलेंस भी दौड़ती रही। दौड़ के दौरान एक बुजुर्ग के बेहोश होने को छोड़कर और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
इसके पूर्व उद्घाटन समारोह में अभिनेत्री रवीना टंडन जैसे ही मंच पर आईं, उन्होंने दर्शकों व प्रतिभागियों में जोश भर दिया। रवीना ने सभी का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। उन्होंने अपने उद्बोधन की शुरुआत 'गुड मार्निंग रायपुर" से करके कद्रदानों की तालियांॅ बटोरीं। ओलिंपियन वेटलिफ्टर कर्णम मल्लेश्वरी का भी जोरदार स्वागत किया गया। छत्तीसगढ़ ओलिंपिक संघ के महासचिव बलदेव सिंह भाटिया ने स्वागत भाषण में ओलिंपिक दौड़ के महत्व व इतिहास की जानकारी दी। कार्यक्रम में सभी अतिथियों का स्वागत किया गया।
उद्घाटन समारोह में राज्यपाल शेखर दत्त के साथ विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, लोक निर्माण मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, खेल मंत्री लता उसेंडी, संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू व विजय बघेल, महापौर डॉ. किरणमयी नायक, विधायक द्वय कुलदीप जुनेजा व नंदकुमार, नगर निगम के सभापति संजय श्रीवास्तव व विभिन्ना खेल संघों के पदाधिकारी मौजूद थे।

प्रतिभागी हुए निराश
कार्यक्रम देरी होने के कारण आयोजकों ने जल्दबाजी में दौड़ शुरू कर दी। इससे थोड़ी देर के लिए वहांॅ पर अव्यवस्था हो गई। तय कार्यक्रम के मुताबिक पहले 11 से 15 वर्ष तक के प्रतिभागियों को रवाना करना था, लेकिन जल्दबाजी में दोनों वर्गों के खिलाड़ियों व प्रतिभागियों को एक साथ रवाना कर दिया गया। इसके कारण 15 वर्ष से अधिक उम्र के पंजीकृत प्रतिभागी भीड़ के पीछे रहे गए और वे दौड़ में हिस्सा लेने से चूक गए। वहीं सभी प्रतिभागियों को विशिष्ट अतिथि के रूप में आईं अभिनेत्री रवीना टंडन व ओलिंपियन कर्णम मल्लेश्वरी के साथ दौड़ने की उत्सुकता थी, लेकिन सुरक्षा कारणों व अफरा-तफरी में दोनों ही दौड़ में हिस्सा नहीं ले सकीं। इससे प्रतिभागी व आम नागरिक निराश हो गए।
यहां खेल माहौल बनने में मदद मिलेगी : राज्यपाल
समारोह में राज्यपाल श्री दत्त ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि इस दौड़ के माध्यम से प्रदेश में खेलों के प्रति नया जोश और उत्साह का माहौल दिख रहा है। इससे यहांॅ खेल माहौल बनने में मदद मिलेगी। इसके लिए छत्तीसगढ़ ओलिंपिक संघ बधाई का पात्र है। उन्होंने कहा कि राज्य में शीघ्र ही नेशनल गेम्स का आयोजन भी होना है। ऐसे में दौड़ से यहांॅ खिलाड़ियों में उत्साह बढ़ेगा और खेल के लिए स्वयं को तैयार करेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य के खिलाड़ी देश का गौरव बढ़ाएंॅगे। इस मौके पर राज्यपाल ने विशाल बैनर पर स्कैच पेन से 'छत्तीसगढ़ खेलों में सर्वश्रेष्ठ बनें" लिखकर अपनी शुभकामनाएंॅ व्यक्त कीं। कार्यक्रम को विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, लोक निर्माण मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, खेल मंत्री लता उसेंडी व महापौर डॉ. किरणमयी नायक ने भी संबोधित किया।

रायपुर दिलवालों का शहर : रवीना
कार्यक्रम में अभिनेत्री रवीना टंडन ने कहा कि यहां आकर उन्हें बहुत अच्छा लगा। यहांॅ के बच्चे व लोग खुद को आगे दिखाने पीछे नहीं हैं। सात साल पहले भी वे रायपुर आई थीं और अब भी यहांॅ के लोग पहले जैसे ही हैं। रायपुर दिलवालों का शहर है। मशहूर अभिनेत्री ने कहा कि सही मायने में छत्तीसगढ़िया, बहुत बढ़िया हंै।

मेहनत करें और मेडल लाएं : मल्लेश्वरी
कार्यक्रम में ओलिंपिक पदक विजेता वेटलिफ्टर कर्णम मल्लेश्वरी ने कहा कि ओलिंपिक दिवस पर सभी को शुभकामनाएंॅ। उन्होंने कहा कि ओलिंपिक में भारत पिछले दस साल से मेडल लाने में तरस रहा है। यहांॅ के खिलाड़ी कड़ी मेहनत करें और मेडल लाएंॅ। उन्होंने कहा कि उम्मीद करती हूंॅ कि यहांॅ के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मौके मिलते रहे और देश के मेडल दिलाते रहे।

इस बार भी बस्तर बालाओं ने मारी बाजी
राज्य मैराथन दौड़ की तरह ओलिंपिक दौड़ में भी बस्तर की बालिकाओं ने बाजी मारी। महिला वर्ग में बस्तर की छह बालिकाओं ने प्रथम दस में स्थान बनाईं। इनमें एक को छोड़ पांॅच बालिकाएंॅ माता रुक्मणी आश्रम डिमराबाल बस्तर की हंै। 15 वर्ष से अधिक महिला वर्ग में लोहांडीगुड़ा बस्तर की बालमती यादव प्रथम रहीं। डिमरापाल बस्तर की ललिता कश्यप दूसरे, दसरी कुमारी तीसरे व हेमेश्वरी चौथे स्थान पर रहीं। इसी तरह रामिन निषाद पांॅचवें, मुन्नाी छठें, कोमल कैवर्त्य सातवें, श्याला धर आठवें, प्रमिला कश्यप नौवें व प्रमिला ध्रुव दसवें स्थान पर रहीं।
बालकों में भिलाई के चमनलाल साहू प्रथम रहे। रमेश्वरनाथ दूसरे, नरेंद्र कुमार साहू तीसरे, तुलसी साहू चौथे, उमेश कुमार पांॅचवें, मनोज कुमार छठे, होरीलाल सोनकर सातवें, महेश कुमार साहू आठवें, तामेश्वर साहू नौवें व कृष्ण कुमार कैवस्ती दसवें स्थान पर रहे।
11 से 15 वर्ष : इस वर्ग के बालिका वर्ग में डिमरापाल बस्तर की चैती प्रथम रहीं। ज्योति वर्मा दूसरे, रेणुका साहू तीसरे व भुवेश्वरी निषाद चौथे स्थान पर रहीं। बालक वर्ग में मनोज करतम प्रथम, रामनाथ द्वितीय, केशव यादव तृतीय व राहुल देशमुख चतुर्थ रहे।
संदेश वर्ग : स्लोगन वर्ग में अमरनाथ निर्मलकर प्रथम व गणेश प्रसाद द्वितीय रहे। बुजुर्गों में ब्राह्मणपारा के 78 वर्ष के डॉ. जेपी शर्मा को पूरे आठ किमी तक सफलतापूर्वक दौड़ने के लिए विशेष पुरस्कार दिया गया।

राज्यपाल ने बांटे पुरस्कार समापन व पुरस्कार समारोह में मुख्यअतिथि राज्यपाल शेखर दत्त ने सभी विजेताओं को पुरस्कार बांॅटे। इस मौके पर छत्तीसगढ़ ओलिंपिक संघ की ओर से राज्यपाल समेत सभी अतिथियों, अभिनेत्री रवीना टंडन व ओलिंपियन कर्णम मल्लेश्वरी का स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मान किया गया। समारोह में छत्तीसगढ़ वेटलिफ्टिंग संघ की ओर से अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टर कर्णम मल्लेश्वरी का स्मृति चिह्न भेंटकर विशेष सम्मान किया गया।

1 comment:

  1. बढि़या रिपोर्ट. सुरक्षा कारणों का मामला समझ में नहीं आया.

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