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"खेल सिर्फ चरित्र का निर्माण ही नहीं करते हैं, वे इसे प्रकट भी करते हैं." (“Sports do not build character. They reveal it.”) shankar.chandraker@gmail.com ................................................................................................................................................. Raipur(Chhattigarh) India

Wednesday 16 March, 2011

फुटबाल बालाओं का हुआ स्वागत

लगातार दूसरी बार श्रीलंका में प्रतिनिधित्व
 कर लौटीं सुप्रिया और निकिता
फुटबाल संघ के पदाधिकारियों के साथ सुप्रिया कुकरेती और निकिता पन्ना

रायपुर. राजधानी की 13 वर्षीय सुप्रिया कुकरेती और निकिता पन्ना छत्तीसगढ़ के खेल जगत में इतिहास रचकर बुधवार को वापस लौटीं। इन दोनों खिलाड़ियों ने पिछले साल ही श्रीलंका में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था और टीम इंडिया ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। एक बार फिर से इन खिलाड़ियों ने श्रीलंका की एशियन फुटबाल को चैंपियनशिप में अपना जौहर दिखाया और भारतीय टीम ने ओवरआल बेहतर प्रदर्शन किया। इन खिलाड़ियों का यहां पुलिस मुख्यालय में स्वगात  किया गया।
कोच सरिता कुजूर के साथ सुप्रिया कुकरेती और निकिता पन्ना
शंकर नगर निवासी सुप्रिया कुकरेती एमजीएम स्कूल की सातवीं की छात्रा हैं। सुप्रिया ने भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व स्टाइकर के तौर पर किया। कचना की निकिता पन्ना होलीक्रास स्कूल कांपा में आठवीं की छात्रा हैं। निकिता टीम की गोलकीपर थीं। पुलिस मुख्यालय में इन खिलाड़ियों का डीजीपी विश्वरंजन, एडीजी रामनिवास सहित छत्तीसगढ़ फुटबाल संघ के सचिव जीडी गांधी, रायपुर जिला फुटबाल संघ के अध्यक्ष मुश्ताक अली प्रधान, सचिव दिवाकर थिटे, कोच सरिता कुजूर सहित कई पदाधिकारियों ने स्वागत किया। इस दौरान इन खिलाड़ियों के परिजन भी  मौजूद थे। इन खिलाड़ियों ने खेल संचालक जीपी सिंह से भी मुलाकात की। श्री सिंह ने इन्हें आगे बढ़ाने हरसंभव सुविधा मुहैया कराने आश्वस्त किया। निकिता और सुप्रिया ने इस दौरान कहा कि वे काफी आगे बढ़ना चाहती हैं और राज्य व देश का प्रतिनिधित्व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करना चाहती हैं। निकिता और सुप्रिया की प्रशिक्षक फुटबाल की एनआईएस कोच सरिता कुजूर ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए एएफटी ने नियम बनाया था कि एक  देश से 22 खिलाड़ियों को खिलाया जाए और ए व बी दो टीमें बनाई जाएं जिससे सभी खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिले। भारत की ए व बी दो टीमें बनाई गईं और दोनों टीमों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। भारत ने कुल दस मैच खेले और सभी में जीत हासिल की। श्रीलंका के साथ खेला गया पहला मैच ड्रा रहा। ग्रुप बी में श्रीलंका को भारत ने 0-1 से, जार्डन को 1-0 व 1-8 से, इरान को 1-0 व 2-0 से, पलीस्तीन को 10-0, 6-0 और 7-0 से पराजित किया। सुश्री कुजूर ने बताया कि इस प्रतियोगिता में फाइनल मैच नहीं हुआ बल्कि ओवरआल प्रदर्शन देखा गया।

विश्व कप : आस्ट्रेलिया क्वार्टर फाइनल में

 बेंगलूरू. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए आईसीसी विश्व कप-2011 के ग्रुप मुकाबले में आस्ट्रेलिया ने कनाडा को सात विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही आस्ट्रेलिया ग्रुप ए में शीर्ष पर पहुंच गया है। कनाडा द्वारा दिए गए 212 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए आस्ट्रेलिया की सलामी जोड़ी ब्रड हेडिन और शेन वाटसन ने टीम को मजबूत शुरूआत दी। इसके बाद पुछल्ले बल्लेबाजों को जीत का लक्ष्य हासिल करने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी और महज 34.5 ओवर में ही जीत हासिल कर ली।
29वें ओवर में पहले विकेट के रूप में ब्रैड हेडिन (88) जेएम डेविशन की गेंद पर आशीष बगाई के हाथों लपके गए। अगले ही ओवर में शेन वाटसन (94) चलते बने। उन्हें हरवीर बेडवॉन की गेंद पर ऑनरे आसिंडे ने लपका। 35वें ओवर में रिकी पोंटिंग (7) रन बनाकर ओसिंदे की गेंद पर लपके गए। माइकल क्लार्क (16) और कैमरन वाइट (04) नाबाद रहे।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कनाडा की टीम ने ग्रुप "ए" के इस मुकाबले में हीरल की तूफानी पारी की बदौलत 16 ओवरों में ही 100 रन बना लिए थे लेकिन बाद के बल्लेबाजों ने धीमे खेल से अपेक्षित लक्ष्य पर पानी फेर दिया।
45 गेंदों पर पांच चौकों और तीन छक्कों की मदद से 54 रनों की तूफानी पारी खेलने वाले हीरल के अलावा जुबिन सुरकारी ने 34 रनों का योगदान दिया जबकि कप्तान बगाई ने 39 रन बनाए। कार्ल व्हाथम ने 18 और हरबीर बैदवान ने 17 रनों का योगदान दिया।
कनाडा का तीसरा विकेट कप्तान आशीष बगाई के रूप में 150 रनों पर गिरा था। इसके बाद 61 रन जोड़कर बाकी के सात बल्लेबाज पेवेलियन लौट गए। कनाडाई पारी की तीन सबसे बड़ी साझेदारियां शुरूआती तीन विकेटों के लिए हुई। पहले विकेट के लिए जॉन डेविसन और हीरल ने 3.5 ओवरों में ही 41 रन जोड़ दिए थे। इसके बाद हीरल और सुरकारी ने 7.4 ओवरो में 41 रनों की साझेदारी को अंजाम दिया। तीसरी और सबसे बड़ी साझेदारी सुरकारी और बगाई के बीच हुई, जिसमें दोनों ने 16.5 ओवरों में विकेट बचाते हुए 68 रन जोड़े। अंतिम ओवरों में व्हाथम और बैदवान ने आठवें विकेट के लिए 28 रनों की साझेदारी की।
आस्टे्रलिया की ओर से ब्रेट ली ने सर्वाधिक चार विकेट लिए जबकि जेसन क्रेजा और शॉन टेट को दो-दो सफलता मिली। इसके अलावा मिशेल जानसन और शेन वॉटसन को भी एक-एक विकेट मिला।
ग्रुप "ए" के इस मुकाबले में जीत के साथ ही मौजूदा चैम्पियन आस्टे्रलिया शीर्ष पर पहुंच गया। इस ग्रुप से पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की टीमें चार-चार जीत के साथ पहले ही क्वार्टर फाइनल में पहुंच चुकी हैं।
दोनों टीमों के 8-8 अंक हैं जबकि आस्ट्रेलिया के पांच मैचों से नौ अंक हो गए है और वह ग्रुप में चोटी पर पहुंच गया है। श्रीलंका 7 अंक हासिल किया हुआ है। इस ग्रुप से इन्हीं चार टीमों का क्वार्टर फाइनल में पहुंचना तय है क्योंकि जिम्बाब्वे, केन्या और कनाडा पहले ही दौड़ से बाहर हो चुके हैं।
कनाडा ने बनाया नया रिकार्ड
इस मैच की खास बात यह रही कि कनाडा ने गत चैंपियन टीम के शक्तिशाली गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ मौजूदा टूर्नामेंट में सबसे तेज 50 रन बनाने का नया रिकार्ड बना दिया। कनाडा ने मात्र 4.4 ओवरों में ही 50 रन ठोक डाले जिनमें से ओपनर हीरल पटेल का योगदान 36 रन है। पिछला रिकार्ड बंगलादेश के नाम था जिसने भारत के खिलाफ उदघाटन मैच में 4.5 ओवर में 50 रन बनाए थे।
इससे पहले, हीरल पटेल ने जिस अंदाज में पारी की शुरूआत की थी, उसे देखकर यही लगा था कि कनाडा विश्व चैम्पियन आस्टे्रलिया को बड़ा लक्ष्य देने में सफल रहेगा लेकिन अनुभव की कमी और आस्टे्रलियाई गेंदबाजी के अच्छे प्रदर्शन ने उसे 45.4 ओवरों में 211 रनों के मामूली योग पर सीमित कर दिया।

अधूरी टीम इंडिया का अधूरा अभ्यास


चेन्नई. गल्तियों से सबक लेना तो दूर उसमें सुधार भी न करने वाली टीम इंडिया के सारे खिलाड़ी दूसरे दिन भी अभ्यास के लिए इकट्ठा नहीं हो पाए। वेस्टइंडीज से होने वाले अहम मुकाबले के तीन दिन पहले भारत के कुछ ही खिलाड़ियों ने अभ्यास किया। युवराज सिंह समेत इन सात भारतीय खिलाड़ियों ने भी अभ्यास सत्र के दौैरान सिर्फ सवा दो घटे ही पसीना बहाना मुनासिब समझा।
हारकर भी मस्ती में माहिर भारतीय टीम अभी भी नहीं चेत रही है। फिसड्डी टीमों के साथ हुए लीग मैचों को अगर किसी ने रोमांचक बनाया तो उसका श्रेय भी टीम इंडिया को ही जाता है। दक्षिण अफ्रीका के हाथों नजदीकी हार के बाद भी भारतीय खिलाड़ी अभ्यास पर ध्यान देने के बजाए अपना ध्यान कहीं और दे रहे हैं। विश्व कप जीतना का सपना संजोने वाली टीम इंडिया के लिए वेस्टइंडीज को हराना बेहद जरूरी है, वरना हो सकता है कि वो क्वार्टर फाइनल में भी न पहुंचे और उसका दिल और सपने दोनों चकनाचूर हो जाएं। बाकी प्रशंसकों को तो जैसे इसकी आदत ही हो गई है।
कप्तान महेंद्र सिंह धौनी, सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, गौैतम गंभीर, जहीर खान को अभ्यास की जरूरत नहीं महसूस हुई। वहीं युवराज, सुरेश रैना, विराट कोहली, यूसुफ पठान, आर अश्विन, पीयूष चावला और मुनफ पटेल ने कोच गैरी क‌र्स्टन और मानसिक अनुकूलन कोच पैडी उप्टोन के साथ मैदान पर ज्यादा समय देने की जहमत नहीं उठाई। हां कोच क‌र्स्टन ने थोड़ा ध्यान देते हुए कोहली और पठान के साथ ज्यादा समय बिताया। भारत ग्रुप-बी के आखिरी लीग मैच में रविवार को वेस्टइंडीज से भिड़ेगा। भारत ने अभी तक पांच मैच खेले हैं जिसमें से उसने तीन मैच जीते और एक हारा है जबकि इंग्लैंड के साथ मुकाबला टाई रहा था। इस आधार पर भारत के अभी सात अंक हैं।

Tuesday 15 March, 2011

विश्व कप : द. अफ्रीका क्वार्टर फाइनल में

आयरलैंड को 131 रनों से हराया, 
डुमिनी फंसे 99 के फेर में
डुमिनी
कोलकाता.  दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम ने ऐतिहासिक ईडन गार्डंस स्टेडियम में मंगलवार को खेले गए आईसीसी विश्व कप-2011 के ग्रुप-बी मुकाबले में आयरलैंड को 131 रनों से हरा दिया। 273 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही आयरलैंड की टीम 33.3 ओवरों में 141 रन बनाकर पेवेलिटन लौट गई।
इस जीत ने दक्षिण अफ्रीका को अपने ग्रुप में आठ अंकों के साथ शीर्ष पर पहुंचा दिया है। उसके खाते में पांच मैचों में चार जीत दर्ज हैं जबकि इंग्लैंड के खिलाफ उसे हार का सामना करना पड़ा था। उसे अपना अंतिम मुकाबला बांग्लादेश के साथ खेलना है। आयरिश टीम ने 51 रन के कुल योग पर ही अपने पांच विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद केविन ओ' ब्रायन तथा गैरी विल्सन ने छठे विकेट के लिए 41 रन जोड़कर थोड़ा संघर्ष किया लेकिन 92 रन के कुल योग पर इन दोनों के आउट होने के बाद आयरलैंड की पारी सस्ते में सिमट गई। केविन ने 19 रन बनाए जबकि विल्सन ने 48 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 31 रनों की अच्छी पारी खेली। कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड छह रन बनाकर पेवेलियन लौटे जबकि पॉल स्टर्लिग 10 रन बना सके। एड जॉएस से टीम को काफी उम्मीदें थीं लेकिन वह भी 12 रन बनाकर आउट हो गए। आयरलैंड के स्टार बल्लेबाज नियाल ओ' ब्रायन 10 रन बना सके। इसके अलावा जॉन मूनी ने 14, ट्रेंट जान्सटन ने 12 और जार्ज डॉकरेल ने 16 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की ओर से मोर्ने मोर्कल और रोबिन पीटरसन ने तीन-तीन विकेट लिए जबकि जैक्स कैलिस को दो सफलता मिली। जोहान बोथा और ज्यां पॉल ड्यूमिनी ने भी एक-एक विकेट झटका।
इससे पहले, मध्यक्रम के धुरंधर बल्लेबाज डुमिनी (99) की शानदार पारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने आयरलैंड के सामने 273 रनों का लक्ष्य रखा। टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम ने अपने पांच महत्वपूर्ण विकेट 117 रनों पर ही गंवा दिए थे लेकिन इसके बाद ड्यूमिनी ने कोलिन इंग्रैम (46) और जेहान बोथा (नाबाद 21) के साथ शानदार साझेदारियां निभाकर अपनी टीम को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचा दिया।
106 गेंदों पर छह चौकों और एक छक्के की मदद से अपनी पारी को संवारने वाले ड्यूमिनी के साहस की बदौलत दक्षिण अफ्रीकी टीम निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट पर 272 रन बनाने में सफल रही। ड्यूमिनी और इंग्रैम के अलावा मोर्ने वैन विक ने भी 42 रनों की बेहद उपयोगी पारी खेली। पहला विकेट 24 रन के कुल योग पर गिरने के बाद कप्तान ग्रीम स्मिथ (7) और विक ने दूसरे विकेट के लिए 28 रन जोड़े लेकिन स्मिथ के दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट होने के बाद विक ने जैक्स कैलिस (19) के साथ तीसरे विकेट के लिए 32 रन जोड़े। इसके बाद विक पेवेलियन लौटे। कैलिस का विकेट भी सस्ते में गिर गया। कैलिस 95 रन के कुल योग पर पेवेलियन लौटे थे। इसके बाद ड्यूमिनी ने फाफ डू प्लेसिस के साथ पांचवें विकेट के लिए 22 रन, इंग्रैम के साथ छठे विकेट के लिए 87 रन और बोथा के साथ सातवें विकेट के लिए 65 रन जोड़े। भारत के खिलाफ अर्धशतक लगाने वाले आमला 18 रन ही बना सके जबकि स्मिथ सात रन के व्यक्तिगत योग पर रन आउट हुए। स्मिथ का विकेट 52 रन के कुल योग पर गिरा जबकि विक का विकेट 84 रन के कुल योग पर गिरा। विक ने अपनी 41 गेंदों की तेज पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया।
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स्कोर कार्ड
दक्षिण अफ्रीका                                          रन    गेंद    4    6
अमला कै डोकरेल बो रैनकिन                        18    17    1    1
स्मिथ रनआउट                                           7    18    0    0
वान विक बो डोकरेल                                   42    41    7    1
कैलिस रनआउट                                         19    31    3    0
डुमिनी कै के ओब्रायन बो मूनी                      99    103    6    1
प्लेसिस कै जानसन बो स्टर्लिंग                   11    19    0    0
इनग्राम बो जानसन                                  46    43    7    0
बोथा नाबाद                                            21    28    1    0
पीटरसन नाबाद                                       0    0    0    0
अतिरिक्त : 9, कुल : 50 ओवर में 7 विकेट पर 272 रन। विकेटपतन : 1-24 (हाशिम अमला, 4.4), 2-52 (ग्रीम स्मिथ, 9.4), 3-84 (वान विक, 15.5), 4-95 (जैक्स कैलिस, 20.3), 5-117 (फाफ डू प्लेसिस, 26.3), 6-204 (इनग्राम, 39.4), 7-269 (जेपी डुमिनी, 49.4). गेंदबाजी : रैनकिन 10-0-59-1, टेÑंट जानसन 10-0-76-1, जान मूनी 8-0-36-1, जार्ज डोकरेल 10-0-37-1, पाल स्टर्लिंग 10-0-45-1, अलेक्स कुसैक 2-0-14-0.
आयरलैंड                                            रन    गेंद    4    6
पोर्टरफील्ड कै स्मिथ बो मोर्केल                 6    8    1    0
स्टर्लिंग कै कैलिस बो मोर्केल                    11    21    2    0
जोयसे पगबाधा बो बोथा                         12    24    2    0
एन ओब्रायन कै वान विक बो कैलिस         10    16    0    1
विल्सन पगबाधा बो पीटरसन                   31    48    4    1
केविन कै अमला बो पीटरसन                   19    24    2    0
कुसैक कै स्मिथ बो पीटरसन                    7    11    1    0
मूनी कै वान विक बो कैलिस                    14    28    1    0
जानसन कै वान विक बो डुमिनी               12    16    0    1
डोकरेल कै वान विक बो मोर्केल                16    12    3    0
रैनकिन नाबाद                                      0    2    0    0
अतिरिक्त : 4, कुल : 33.2 ओवर में 141 रन (आलआउट)। विकेटपतन : 1-8 (विलियम पोर्टरफील्ड, 1.6), 2-19 (पाल स्टर्लिंग, 3.3), 3-35 (एन ओब्रायन, 8.5), 4-51 (जोयसे, 11.5), 5-92 (केविन ओब्रायन, 21.3), 6-92 (विल्सन, 21.5), 7-107 (कुसैक, 25.5), 8-123 (टेट जानसन, 29.5), 9-137 (जान मूनी, 32.4), 10-141 (डोकरेल, 33.2). गेंदबाजी : डेल स्टेन 4-1-13-0, मोर्न मोर्केल 5.2-0-33-3, जैक्स कैलिस 6-1-20-2, जोहान बोथा 8-0-32-1, रोबिन पीटरसन 8-0-32-3, जेपी डुमिनी 2-0-11-1.
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आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के 
बाद संन्यास ले लेंगे डेविसन
जान डेविस
बेंगलुरु. विश्व कप के   सबसे उम्रदराज खिलाड़ी कनाडा के आलराउंडर जान डेविसन ने आज घोषणा की कि वह बुधवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ ग्रुप-ए मैच के बाद अंतरराष्टÑीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे।
41 वर्षीय डेविसन दक्षिण अफ्रीका में हुए 2003 के टूर्नामेंट के दौरान बुलंदियों पर पंहुचे थे जहां उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ उस समय विश्व कप का सबसे तेज शतक बनाया था। डेविसन विश्व कप के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी है। हालांकि इस टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है और वह चार पारियों में मात्र 19 रन बना पाए थे। आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच उनका 32वां एकदिवसीय अंतरराष्टÑीय मैच होगा। वह अब तक 27.06 के औसत से 785 रन बना चुके हैं जिनमें पांच अर्धशतक और एक शतक शामिल है।
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Sunday 13 March, 2011

विश्व कप : न्यूजीलैंड क्वार्टर फाइनल में

कनाडा को 97 रनों से हराया, ब्रैंडन ने लगाया वर्ल्ड कप का पहला शतक
मुंबई.  ब्रैंडन मैकुलम (101) के पहले विश्व कप शतक और कप्तान रोस टेलर की 74 रन की विस्फोटक पारी के दम पर न्यूजीलैंड ने कनाडा को आज बेरहमी से 97 रन से रौंदते हुए बड़ी शान के साथ ग्रुप-ए से टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया।
 विश्व कप के फाइनल के मेजबान स्थल वानखेड़े स्टेडियम में खेले गये पहले मैच में न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में छह विकेट पर 358 रन का विशाल स्कोर खड़ा करने के बाद कनाडा के सराहनीय संघर्ष को अंतत: नौ विकेट पर 261 रन के स्कोर पर रोक दिया।  कीवी टीम की पांच मैचों में यह चौथी जीत है और आठ अंकों के साथ ग्रुप-ए में चोटी पर पहुंच गया है। श्रीलंका सात अंकों के साथ ग्रुप में दूसरे और पाकिस्तान छह अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। कनाडा को पांच मैचों में अपनी चौथी पराजय झेलनी पड़ गई है। न्यूजीलैंड ने विशाल स्कोर बनाने के साथ ही यह सुनिश्चित कर लिया था कि कनाडा की टीम उसके आसपास भी न पहुंच पाए।
मैकुलम ने 109 गेंदों में 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से 101 रन बनाए जबकि कार्यवाहक कप्तान टेलर ने और भी ज्यादा विस्फोट करते हुए सिर्फ 44 गेंदों में छह चौकों और पांच छक्कों की मदद से 74 रन ठोक डाले।  जेम्स फ्रेंकलिन को सिर्फ आखिरी ओवर खेलने को मिला था जिसमें उन्होंने दो चौके और तीन छक्के उडाते हुए 31 रन बटोर डाले। इस ओवर का ही कमाल था कि न्यूजीलैंड का एक झटके में 358 रन पहुंच गया।  कनाडा ने हालांकि अपने दो विकेट सिर्फ चार रन पर गंवा दिए थे और हीरल पटेल (31) के आउट होने के बाद उसका स्कोर तीन विकेट पर 50 रन हो गया था। लेकिन कप्तान आशीष बगई (84) और जिमी हंसरा (नाबाद 70) ने चौथे विकेट के लिए 121 रन की साझेदारी कर कनाडा की शर्मनाक हार को सम्मानजनक हार में बदल दिया।  बगई ने 87 गेंदों पर 84 रन की अपनी पारी में दस चौके लगाए जबकि हंसरा 105 गेंदों में चार चौकों और एक छक्के की मदद से 70 रन बनाकर अंत तक डटे रहे। जान डेविसन ने 15 और खुर्रम चौहान ने 22 रन बनाए।  न्यूजीलैंड की तरफ से जैकब ओरम ने दस ओवर में 47 रन पर तीन विकेट और काइल मिल्स ने 2.4 ओवर में दो रन पर दो विकेट झटके। टिम साउथी, जेसी राइडर और नाथन मैकुलम को एक-एक विकेट मिला। इससे पहले मैकुलम के शानदार शतक और कप्तान टेलर की 74 रन की धुआंधार पारी की बदौलत न्यूजीलैंड ने छह विकेट पर 358 रन का विशाल स्कोर बना लिया।
 मैकुलम ने 109 गेंदों की अपनी पारी में 12 चौकों और दो छक्के लगाए जबकि टेलर ने मात्र 44 गेंदों में छह चौकों और पांच गगनचुम्बी छक्कों की मदद से ताबडतोड 74 रन बनाए।  कनाडा ने टास जीतकर न्यूजीलैंड को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। कीवी ओपनरों मार्टिन गुप्तिल (17) और मैकुलम ने पहले विकेट के लिए 53 रन जोड़े लेकिन 10वें ओवर में गुप्तिल हरवीर बैदवान की गेंद पर क प्तान आशीष बगई को कैच थमा बैठे।  लेकिन इसके बाद मैकुलम और जेसी राइडर (38) ने दूसरे विकेट के लिए 96 रन की मजबूत साझेदारी कर टीम को 149 रन के स्कोर तक पहुंचा दिया। मैकुलम ने इसी बीच 38 गेंदों में नौ चौकों और एक छक्के की मदद से अपना अर्धशतक पूरा किया1 लेकिन पारी के 30वें ओवर में राइडर जान डेविसन की गेंद पर हेनरी ओसिंदे के हाथों लपके गए।
इसके बाद चौथे नंबर पर खेलने आए टेलर ने भी शानदार प्रदर्शन किया और कनाडाई गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। मैकुलम के साथ मिलकर टेलर ने तीसरे विकेट के लिए 69 विकेट  की साझेदारी की। लेकिन 37वें ओवर में 185 के स्कोर पर मैकुलम बैदवान का शिकार हो गए।  मैकुलम के आउट होने के बाद टेलर भी 41वें ओवर में बालाजी राव की गेंद पर हंसरा को कैच थमा बैठे। टेलर ने 36 गेंदों में तीन चौकों और चार छक्कों की मदद से अपना अर्द्धशतक पूरा किया। इसके बाद जल्द ही नाथन मैकुलम के रूप में 43वें ओवर में 259 के स्कोर पर टीम का पांचवां विकेट भी गिर गया।  स्काट स्टाइरिस 35 रन बनाकर बैंदवान का तीसरा शिकार बने। लेकिन इसके बाद टीम का कोई विकेट नहीं गिरा।  केन विलियम्सन 34 और जेम्स फ्रेंकलिन 31 रन बनाकर नाबाद रहे।  कनाडा की ओर से बैदवान ने 84 रन लुटाकर तीन विकेट और बालाजी राव ने 62 रन देकर दो विकेट लिए जबकि डेविसन को एक विकेट मिला।
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स्कोर कार्ड
न्यूजीलैंड                                              रन    गेंद    4    6
गुप्तिल कै बगई बो बैदवान                      17    29    3    0
मैक्कुलम कै गुणसेकरा बो बैदवान        101    109    12    2
रायडर कै ओसिंडे बो डेविसन                 38    56    3    0
टेलर कै हंसरा बो बालाजी                     74    44    6    5
नाथन कै एंड बो बालाजी                      10    9    2    0
विलियम्सन नाबाद                            34    27    4    0
स्टायरिस कै डेविसन बो बैदवान          35    20    3    2
फ्रैंकलिन नाबाद                                  31    8    2    3
अतिरिक्त : 18, कुल : 50 ओवर में 6 विकेट पर 358 रन।
विकेटपतन : 1-53 (मार्टिन गुप्तिल, 9.5), 2-149 (जेसी रायडर, 29.2), 3-185 (ब्रेंडन मैक्कुलम, 36.4), 4-254 (रोस टेलर, 40.5), 5-259 (नाथन मैक्कुलम, 42.1), 6-318 (स्काट स्टायरिस, 47.6).  
गेंदबाजी : खुर्रम चौहान 7-0-40-0, हेनरी ओसिंडे 7-0-52-0, हरवीर बैदवान 9.1-0-84-3, रिजवान चीमा 4.5-0-64-0, बालाजी राव 10-0-62-2, जान डेविसन 10-1-30-1, जिम्मी हंसरा 2-0-21-0.
कनाडा                                                  रन    गेंद    4    6
गुणसेकरा कै टेलर बो   मिल्स                 2    7    0    0
पटेल कै मैक्कुलम बो ओरम                   31    35    5    1
सुरकारी कै टेलर बो मिल्स                      1    11    0    0
बगई कै मैक्कुलम बो नाथन                  84    87    10    0
हंसरा नाबाद                                         70    105    4    1
रिजवान कै मैक्कुलम बो ओरम              2    4    0    0
डेविसन रनआउट                                  15    21    2    0
बालाजी कै नाथन बो ओरम                    9    9    1    0
बैदवान कै फ्रैंकलिन बो साउथी               8    6    1    0
खुर्रम कै टेलर बो रायडर                       22    16    2    1
ओसिंडे नाबाद                                     0    0    0    0
अतिरिक्त : 17, कुल :  50 ओवर में 9 विकेट पर 261 रन। 
विकेटपतन : 1-2 (रुविंदु गुणसेकरा, 2.1), 2-4 (जुबीन सुरकारी, 4.3), 3-50 (हीरल पटेल, 12.3), 4-175 (आशीष बगई, 36.6), 5-179 (रिजवान चीमा, 38.1), 5-185* (जिम्मी हंसरा रिटायर्ड नाबाद, 40.1), 6-205 (बालाजी राव, 42.5), 7-213 (जान डेविसन, 44.1), 8-222 (हरवीर बैदवान, 45.2), 9-261 (खुर्रम चौहान, 49.4). गेंदबाजी : काइल मिल्स 2.4-1-2-2, टिम साउथी 10-1-36-1, जेसी रायडर 1.2-0-15-1, जैकब ओरम 10-1-47-3, जेम्स फ्रैंकलिन 4-0-31-0, नाथन मैक्कुलम 8-0-56-1, स्काट स्टायरिस 10-0-41-0, केन विलियम्सन 4-0-26-0.
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कंगारू भी क्वार्टर फाइनल में
आस्ट्रेलिया ने केन्या को 60 रनों से हराया

बेंगलुरु. आईसीसी विश्व कप-2011 के अंतर्गत रविवार को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए गु्रप-ए के एक मुकाबले में आस्ट्रेलिया ने केन्या पर 60 रनों से जीत दर्ज की। जीत के लक्ष्य 325 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करती हुई केन्या की टीम निर्धारित 50 ओवर में छह विकेट पर 264 रन ही बना पाई। कोलिंस ओबुया (98) और जिमी कमांडे (0) नाबाद रहे। वर्ल्डकप में आस्ट्रेलिया की यह चौथी जीत है।
केन्या का पहला विकेट मौरिस ओउमा के रूप में तीसरे ओवर में गिरा। वह चार रन के निजी योग पर ब्रेट ली की गेंद पर हैडिन को कैच थमा बैठे। उस समय टीम का कुल योग 12 रन था। दूसरा विकेट एलेक्स ओबान्दा के रूप में 21 रन के कुल योग पर गिरा। ओबान्दा ने 10 गेंदों में 14 रन बनाए। वह शान टेट की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद डेविड ओबयुआ 12 रन बनाकर रन आउट हो गए। उस समय टीम का कुल योग 46 रन था। 36वें ओवर में तन्मय मिश्रा(72) रन आउट हुए। 48वें ओवर में थॉमस ओडोयो (35) टेट की गेंद पर क्लीन बोल्ड हुए। अंतिम ओवर में आरआर पटेल (6) रन आउट हो गए।
इससे पहले आस्ट्रेलिया ने निर्धारित 50 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 324 रन बनाए। सलामी बल्लेबाज ब्रैड हैडिन की 65 रनों की अर्धशतकीय पारी के बाद उपकप्तान माइकल क्लार्क और डेविड हसी ने भी अर्धशतक जड़ आस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। माइकल क्लार्क ने 93, ब्रैड हैडिन ने 65 और माइकल हसी ने 54 रनों का योगदान दिया। आस्ट्रेलिया ने 38 के योग पर पहला विकेट गंवा दिया था लेकिन दूसरे विकेट के लिए कप्तान रिकी पोटिंग और हैडिन ने 89 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। लेकिन इसके बाद आस्ट्रेलिया ने जल्दी-जल्दी तीन अहम विकेट गंवा दिए। आस्ट्रेलिया की शुरूआत बहुत अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज शेन वाटसन रन गति को तेजी से आगे बढ़ाने के चक्कर में 21 रन के निजी योग पर नेहमिया ओधियाम्बो की गेंद पर मौरिस औमा को कैच थमाकर चलते बने। वाटसन ने 17 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। इसके बाद हैडिन 79 गेंदों पर नौ चौकों और एक छक्के की मदद से 65 रन बनाकर चलते बने। अगले ही ओवर में पोंटिंग आउट हो गए। उन्होंने 54 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 36 रन बनाए। अगले ओवर में आस्ट्रेलिया को एक और झटका लगा। विस्फोटक बल्लेबाज क्रेग व्हाइट दो रन बनाकर चलते बने। उन्होंने सिर्फ छह गेंदों का सामना किया। इसके बाद माइकल हसी 72 गेंदों में 54 रन बनाकर आउट हुए। स्टीवन स्मिथ 17 और मिशेल जानसन 12 रन बनाकर नाबाद रहे। केन्या के गेंदबाज नेहमिया ओधियाम्बो को तीन सफलता मिली।  जबकि जिम्मी कामान्डे को दो और कोलिन्स ओबयुआ को एक विकेट मिला।
आस्ट्रेलिया अब तक चार मुकाबले जीता
इस विश्व कप में आस्ट्रेलिया ने अब तक चार मुकाबले खेले हैं जिसमें तीन में उसे जीत मिली है जबकि एक मुकाबला बारिश के कारण रद्द हो गया था। आस्ट्रेलिया ने अपने पहले मुकाबले में जिम्बाब्वे को 91 रनों से हराया था जबकि दूसरे मुकाबले में उसने न्यूजीलैंड को सात विकेट से मात दी थी वहीं श्रीलंका के खिलाफ तीसरा मुकाबला रद्द हो गया था। रविवार को हुए मुकाबले में भी उसने केन्या को मात दी है।
केन्या की लगातार पांचवीं हार
केन्या ने अब तक इस विश्व कप में पांच मुकाबले खेले हैं और सभी मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा है। केन्या को पहले मुकाबले में न्यूजीलैंड के हाथों 10 विकेट से मात खानी पड़ी थी जबकि दूसरे मुकाबले में उसे पाकिस्तान ने 205 रनों से करारी शिकस्त दी थी। तीसरे मुकाबले में श्रीलंका ने केन्या को नौ विकेट से हराया था जबकि चौथे मुकाबले में कनाडा ने उसे पांच विकेट से पराजित किया था। रविवार को हुए मुकाबले में उसें आस्ट्रेलिया के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा।
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score card

Australia innings (50 overs maximum) R M B 4s 6s SR
SR Watson c †Ouma b Odhiambo 21 32 17 3 1 123.52
BJ Haddin† c Patel b Kamande 65 109 79 9 1 82.27
RT Ponting* lbw b CO Obuya 36 83 54 5 0 66.66
MJ Clarke c Patel b Odhiambo 93 109 80 7 1 116.25
CL White b Kamande 2 6 6 0 0 33.33
MEK Hussey c DO Obuya b Odhiambo 54 72 43 4 0 125.58

SPD Smith not out 17 32 15 2 0 113.33

MG Johnson not out 12 9 7 2 0 171.42

Extras (b 2, lb 5, w 16, nb 1) 24











Total (6 wickets; 50 overs; 229 mins) 324 (6.48 runs per over)
Did not bat B Lee, JJ Krejza, SW Tait
Fall of wickets1-38 (Watson, 7.2 ov), 2-127 (Haddin, 24.4 ov), 3-131 (Ponting, 25.4 ov), 4-143 (White, 26.6 ov), 5-257 (Hussey, 43.1 ov), 6-304 (Clarke, 48.1 ov)










Bowling O M R W Econ


TM Odoyo 10 0 50 0 5.00 (1w)

E Otieno 8 0 75 0 9.37

NN Odhiambo 10 1 57 3 5.70 (2w)

JO Ngoche 8 0 56 0 7.00 (1w)
JK Kamande 10 0 46 2 4.60 (2w)
CO Obuya 4 0 33 1 8.25 (1nb, 1w)









Kenya innings (target: 325 runs from 50 overs) R M B 4s 6s SR
MA Ouma† c †Haddin b Lee 4 14 13 0 0 30.76
AA Obanda b Tait 14 20 10 0 2 140.00

CO Obuya not out 98 199 129 9 3 75.96
DO Obuya run out (Hussey/†Haddin) 12 27 16 2 0 75.00
T Mishra run out (Clarke) 72 92 89 8 1 80.89
TM Odoyo b Tait 35 59 38 4 1 92.10
RR Patel run out (Krejza/Tait) 6 10 7 1 0 85.71

JK Kamande* not out 0 1 0 0 0 -

Extras (b 2, lb 6, w 12, nb 3) 23











Total (6 wickets; 50 overs; 214 mins) 264 (5.28 runs per over)
Did not bat NN Odhiambo, E Otieno, JO Ngoche
Fall of wickets1-12 (Ouma, 2.5 ov), 2-21 (Obanda, 3.6 ov), 3-46 (DO Obuya, 9.4 ov), 4-161 (Mishra, 35.3 ov), 5-247 (Odoyo, 47.3 ov), 6-263 (Patel, 49.4 ov)










Bowling O M R W Econ

B Lee 8 1 26 1 3.25

SW Tait 8 0 49 2 6.12 (2nb, 5w)

MG Johnson 8 1 40 0 5.00 (2w)

SPD Smith 6 0 36 0 6.00


JJ Krejza 8 0 36 0 4.50


MJ Clarke 5 0 21 0 4.20


SR Watson 7 0 48 0 6.85 (1w)

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13वीं बार सचिन के शतक के बावजूद हारा  भारत
नई दिल्ली. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर शतक तो भारत के जीतने के लिए बनाते हैं। लेकिन इसे उनका दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि बाकी बल्लेबाजों और गेंदबाजों से सहयोग नहीं मिलने के कारण उनकी शतकीय मेहनत पर पानी फिर जाता है।
 सचिन ने शनिवार को नागपुर में दक्षिण अप्रीका के खिलाफ विश्व कप मैच में अपना 48वां   वनडे और विश्व कप इतिहास का कुल छठा शतक बनाया। लेकिन भारत यह मैच तीन विकेट से हार गया।  शतकों के विश्वरिकार्डधारी और अन्तर्राष्टÑीय क्रिकेट में कुल 99 शतक (टेस्ट 51 और वनडे 48)  बना चुके सचिन के लिए वनडे में यह 13वां मौका था जब उनके शतक के बावजूद भारत को हार का सामना करना पड़ा। मौजूदा टूर्नामेंट में सचिन ने इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ शतक बनाया था लेकिन वह मैच टाई छूट गया था। यानी इस विश्व  कप में सचिन के दोनों शतक भारत को जीत नहीं दिला सके हैं। सचिन का यह आंकड़ा भी एक तरह से विश्व रिकार्ड ही कहा जा सकता हेै क्योंकि दूसरे नम्बर पर वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल हैं जिनके नौ शतक उनकी टीम को जीत नहीं दिला पाए हैं। सचिन का यह शतक भारत को जीत नहीं दिला पाया लेकिन उन्होंने इस दौरान कई दिलचस्प आंकड़े बना दिए। सचिन और वीरेन्द्र सहवाग इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों में ओपनिंग साझेदारी में 54 रन ही जुटा पाए थे लेकिन इस बार उन्होंने 142 रन की साझेदारी कर डाली जो भारत के लिए विश्व कप में तीसरी सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी है।  मास्टर ब्लास्टर विश्व कप में भारत के लिए पांच शतकीय ओपनिंग साझेदारियों में तीन में शामिल है। इस मैच में सचिन, सहवाग और गौतम गंभीर ने 50 से ज्यादा रन बनाए जो विश्व कप मैच में एक पारी में शीर्ष तीन बल्लेबाजों के 50 से ऊपर रन बनाने का तीसरा मौका है। पिछले दो अवसर 1975 के विश्व कप में आए थे।  भारत का दूसरा विकेट 267 रन के स्कोर पर गिरने के बाद अंतिम आठ विकेट 29 रन जोड़कर गंवाना एक दिवसीय इतिहास में तीसरा ऐसा मौका है जब किसी टीम ने 29 रन से कम में अपने अंतिम आठ विकेट गंवा दिए। सचिन का विश्व कप में यह छठा और 19 वां फिफ्टी प्लस स्कोर था और दोनों ही विश्व कप में रिकार्ड है। वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2000 (दो हजार) वनडे रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। दक्षिण अफ्रीका चौथी ऐसी टीम है जिसके खिलाफ सचिन ने 2000 वनडे रन पूरे किए हैं। उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 3005, पाकिस्तान के खिलाफ 2389 और श्रीलंका के खिलाफ 2965 रन बनाए हैं।
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देश के लिए नहीं भीड़ के लिए खेल 
रहे थे बल्लेबाज : धोनी
नागपुर. दक्षिण अफ्रीका के हाथों विश्व कप के ग्रुप बी मैच में तीन विकेट से मिली हार से निराश भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने बल्लेबाजों को लताड़ते हुए कहा है कि उन्हें उत्साह में बड़े शाट लगाते हुए यह ध्यान में रखना चाहिए कि वह स्टेडियम में मौजूद भीड के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए खेलते हैं।
 दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शनिवार को खेले गए मैच में भारतीय टीम के आखिरी नौ विकेट मात्र 29 रन जोडकर गिर गए थे। भारतीय टीम एक समय 40वें ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 267 रनों क ी मजबूत स्थिति में थी लेकिन उसके बाद पूरी पारी 48.4 ओवर में 296 रनों पर सिमट गई थी। धोनी ने मैच के बाद  एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जब आप बडे शाट लगाते हैं तो आप भूल जाते हैं कि आप स्टेडियम में मौजूद भीड़ के लिए बल्कि पूरे देश के लिए खेल रहे हैं। इसी कारण 20 अतिरिक्त रन बनाने के चक्कर में आप अंत में 40 कम रन बनाकर ही आलआउट हो जाते हैं। धोनी ने कहा कि कभी कभी आपको हर गेंद पर बल्ला घुमाने से बचना होता है।  अगर आप आराम से पूरे 50 ओवर खेल पाते हैं तो आप 325 से 330 रन बना सकते हैं। मैंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बल्लेबाजी के क्रम में परिवर्तन करने की कोशिश की थी पर यह कामयाब नहीं हुई जब उनसे पूछा गया कि क्या आखिरी ओवर में तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को चुनने का फैसला ठीक था तो उन्होंने कहा कि आशीष अब तक के मैचों में मुश्किल समय में टीम के लिए काफी  सधे हुए गेंदबाज साबित हुए हैं। लेकिन यह तिकड़म कल के मैच में कामयाब नहीं हुई। धोनी ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शून्य पर आउट होने वाले यूसुफ पठान का पक्ष लेते हुए कहा कि यूसुफ ऐसे ही खेलते हैं, या तो वह जल्दी ही आउट हो जाते हैं या फ्रि एक लंबी पारी खेलते हैं। अगर वह दो.तीन ओवर तक टिक जाते हैं तो फिर वह लंबी पारी ही खेलते हैं।
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आखिर अपने रंग में लौट आए हरभजन
नई दिल्ली.  भारत दक्षिण अफ्रीका से शनिवार रात विश्वकप ग्रुप-बी मुकाबला तीन विकेट से हार गया लेकिन इस हार में आफस्पिनर हरभजन सिंह का अपनी लय में लौट आना टीम इंडिया का एकमात्र सकारात्मक पक्ष रहा।
 लंबे समय से अपनी फार्म के लिए संघर्ष कर रहे टीम के शीर्ष स्पिनर हरभजन ने मैच में नौ ओवर में 53 रन देकर तीन विकेट हासिल किए और उनकी गेंदबाजी वही धार दिखाई दी जिसके लिए वह जाने जाते हैं। हालांकि मैच की समाप्ति पर इस बात का अफसोस रह गया कि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अंतिम ओवर हरभजन से क्यों नहीं फिंकवाया।  हरभजन के पास एक ओवर बचा हुआ था और जिस तरह की गेंदबाजी इस मैच में उन्होंने की थी उसे देखते हुए वह दक्षिण अफ्रीका को अंतिम ओवर में जीत के लिए 13 रन बनाने से रोक सकते थे। लेकिन धोनी के एक गलत फैसले ने भारतीय उम्मीदों को चकनाचूर कर दिया।  करीब सवा वर्ष के अंतराल के बाद हरभजन ने एक वनडे में तीन विकेट हासिल किए और साथ ही एकदिवसीय क्रिकेट में 250 विकेट भी पूरे कर लिए1 वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले   दुनिया के 22वें और भारत के छठे गेंदबाज बन गए।
 इस मैच से पहले हरभजन के खाते में 248 विकेट थे। उन्होंने हाशिम अमला को अपना 249वां और एबी डीविलियर्स को अपना 250वां शिकार बनाया। भारत में वनडे में अब उनसे आगे कपिल देव (253),  जहीर खान (264), अजीत आगरकर (288), जवागल श्रीनाथ (315) और अनिल कुंबले (337) हैं।
हरभजन विश्व कप में इस मैच से पहले चार मैचों में सिर्फ दो विकेट ही हासिल कर पाए थे लेकिन उनका अब फार्म में लौट आना भारत के लिए सुखद संकेत है कि वह वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी लीग मैच और फिर नाकआउट क्वार्टरफाइनल में भारतीय गेंदबाजी को मजबूती दे सकते हैं।
 हरभजन ने बंगलादेश के खिलाफ उद्घाटन मैच में 41  रन पर एक विकेट लिया था जबकि इंग्लैंड के खिलाफ अगले मैच में वह 58 रन देकर एक विकेट ही हासिल कर पाए थे। हरभजन आयरलैंड और हालैंड जैसी स्पिन को खेलने में कमजोर टीमों के खिलाफ क्रमश: 29 और 31 रन देकर कोई विकेट हासिल नहीं कर पाए। लेकिन दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीम के खिलाफ हरभजन ने दिखाया कि वह बड़ी टीमों के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं। अनिल कुंबले के संन्यास के बाद भारत के शीर्ष स्पिनर बन गए हरभजन ने आखिरी बार एक मैच में तीन विकेट पांच जनवरी 2010 को ढाका में श्रीलंका के खिलाफ लिए थे। लेकिन उसके बाद से 14 मैचों में वह सिर्फ 12 विकेट ही हासिल कर पाए थे। मगर इस सूखे को उन्होंने नागपुर में समाप्त कर दिया।
 इस मैच से पूर्व पिछले 14 मैचों में हरभजन का प्रदर्शन 56 रन पर एक विकेट, 41 पर दो, 32 पर एक, 47 पर दो, 30 पर शून्य, 56 पर एक, 32 पर एक, 23 पर दो, 61 पर शून्य, 33 पर शून्य, 41 पर एक, 58 पर एक, 29 पर शून्य और 31 रन पर शून्य विकेट था।  हरभजन ने आखिरी बार एक मैच में पांच विकेट 14 सितंबर 2009 को कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ हासिल किए थे। हरभजन के फार्म में लौटने का सीधा सा मतलब है कि दूसरे आफ स्पिनर आर अश्विन को विश्वकप में खेलने का मौका पाने के लिए इंतजार करना पड सकता है।

भाटिया छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव बने

मंत्री, विधायक, अफसर, खिलाड़ी और संघों के पदाधिकारी शामिल
छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ यानी सीओए की नई कार्यकारिणी में न सिर्फ राज्य खेल संघों के पदाधिकारियों को तरजीह दी गई है बल्कि दो मंत्रियों के साथ-साथ विधायक, प्रशासनिक अधिकारी, क्रीड़ाधिकारी और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को भी शामिल किया गया है। नई कार्यकारिणी को लेकर कई तरह के कयास एक पखवाड़े से चल रहे थे। कई नाम दावेदारों में सामने आ रहे थे। सभी की नजरें सचिव पद पर लगी थीं और इस पद पर जितने भी नाम सामने आए वे सभी पीछे रह गए। 
बलदेव सिंह भाटिया व आईओए के आजीवन अध्यक्ष वीसी शुक्ल
 रायपुर. सीओए की नई कार्यकारिणी का गठन यहां न्यू सर्किट हाऊस में सीओए अध्यक्ष और मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह की अध्यक्षता में किया गया। छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया बनाए गए। श्री भाटिया के नाम की कहीं भी चर्चा नहीं थी और जिन नामों की चर्चा थी उन पर मुहर नहीं लगाई गई। हांलाकि इन्हें कार्यकारिणी में जगह जरूर दी गई। सीओए के कोषाध्यक्ष छत्तीसगढ़ स्क्वैश संघ के सचिव डा. विष्णु श्रीवास्तव बनाए गए जो साइंस कालेज में क्रीड़ाधिकारी हैं। इसके अलावा आठ उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। इनमें छत्तीसगढ़ वालीबाल संघ के नवनियुक्त अध्यक्ष और नगरीय प्रशासन मंत्री राजेश मूणत, खेल मंत्री लता उसेंडी, संसदीय सचिव और राज्य वेटलिफ्टिंग संघ के अध्यक्ष विजय बघेल, विघायक कुलदीप जुनेजा, छत्तीसगढ़ ट्रायथलान एसोसिएशन के अध्यक्ष रामनिवास, खेल संचालक जीपी सिंह, सीओए के पूर्व सचिव और राज्य हैंडबाल संघ के सचिव बशीर अहमद खान तथा छत्तीसगढ़ टेनिस संघ के अध्यक्ष विक्रम सिसोदिया शामिल हैं। सीओए का संयुक्त सचिव स्क्वैश संघ के उपाध्यक्ष राकेश सिंह, जिम्नास्टिक के अध्यक्ष अश्विनी महेंदु, बाक्सिंग संघ के सचिव राजेंद्र प्रसाद, राज्य टेटे संघ के अध्यक्ष शरद शुक्ला और विजय अग्रवाल बनाए गए हैं। कार्यकारिणी सदस्यों में राज्य जूडो संघ के अध्यक्ष सुभाष राव, रोविंग संघ के अध्यक्ष राजा रणविजय सिंह जूदेव, राजानांदगांव ओलंपिक संघ के अध्यक्ष विजय पांडेय, तैराकी संघ के अध्यक्ष गोपाल खंडेलवाल, बिलियर्ड्स संघ के अध्यक्ष विजय अग्रवाल (दुर्ग), डा. एके श्रीवास्तव (वालीबाल संघ), नीता डुमरे, इंजीनियर एनआर परासर और ट्रायथलान के कोषाध्यक्ष आलोक दुबे शामिल हैं। विशेष आमंत्रित सदस्यों में वीजी भिसे, विश्वजीत मित्रा, सबा अंजुम और गजराज पगारिया को शामिल किया गया है। सीओए की इस बैठक में भारतीय ओलंपिक संघ के आजीवन अध्यक्ष विद्याचरण शुक्ल, डीजीपी विश्वरंजन के अलावा कई प्रशासनिक अधिकारियों सहित सभी राज्य खेल संघों के पदाधिकारी मौजूद थे।
उद्योगों से कोई जबरदस्ती नहीं : डा. रमन
सीएम डॉ. रमन सिंह व खेल मंत्री लता उसेंडी (बाएं)
 छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के अध्यक्ष मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि उद्योगों से किसी तरह की कोई जबरदस्ती नहीं की गई है कि वे खेलों को गोद लें। उद्योगों से आग्राह किया गया था और यह खुशी की बात है कि उद्योगों ने स्वेच्छा से खेलों को गोद लेने की बात कही और आर्थिक सहायता मुहैया कराने पर सहमति दी। डा. सिंह ने कहा कि उद्योगों के पास एक माह का समय है और वे सहयोग करने में असक्षम हैं तो मना कर सकते हैं, कोई जोर-जबरदस्ती नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेलों का बेहतर वातावरण निर्मित होगा और खेल की मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिए बेहतर से बेहतर कदम उठाए जाएंगे।
खर्च खिलाड़ियों पर होगा : भाटिया
छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव बलदेव सिंह भाटिया ने कहा है कि उद्योगों के खेल संघों को गोद लेने से प्रदेश में खेलों का काफी विकास होगा और ज्यादा से ज्यादा खर्च खिलाड़ियों, खेल उपकरणों, प्रशिक्षकों पर किया जाएगा न कि उद्घाटन समारोह या समापन समारोह में। श्री भाटिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ का कार्यालय शीघ्र ही राजधानी में खोला जाएगा जिसमें वे अपना समय नियत करेंगे। इससे खिलाड़ी उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी 2013-14 में संभावित 37वें राष्ट्रीय खेलों पर विधानसभा चुनाव का कोई असर नहीं होगा। इसका काफी बेहतर आयोजन किया जाएगा।
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खेल संघों के लिए खुला लाखों का खजाना, लिया गोद
छत्तीसगढ़ के 32 खेलों के राज्य खेल संघों के लिए उद्योगों ने लाखों रुपयों का खजाना खोल दिया है। सीओए की कार्यकारिणी के पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और उद्योगपतियों की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में सभी उद्योगपतियों ने अलग-अलग खेलों को गोद लेने की सहमति दी और संघों को 25 से 35 लाख रुपए की वार्षिक आर्थिक सहायता मुहैया कराने की बात कही। उद्योग खेल आयोजनों के लिए करीब 10 लाख रुपए, प्रशिक्षण के लिए 10 लाख रुपए और खिलाड़ियों के खेल उपकरणों के लिए करीब 15 लाख रुपए खर्च करेंगे। पहले साल आर्थिक सहायता के बाद  दूसरे साल इसकी समीक्षा की जाएगी और इसके बाद दी जाने वाली राशि में बढ़ोत्तरी या कटौती की जाएगी। इसके अलावा जिन उद्योगों से खेल संघों को सहायता मुहैया कराई जाएगी उन उद्योगों से एक प्रतिनिधि या उद्योगपति को संबंधित राज्य खेल संघ का उपाध्यक्ष बनाया जाएगा और उन्हें वोटिंग पावर भी दिया जाएगा।
खेलों को गोद लेने वाले उद्योग
क्र.   खेल                                          उद्योग
1.    आरचरी                                     एनएमडीसी
2.    एथलेटिक्स                               बजरंग पावर लि.   रायपुर
3.    बैडमिंटन                                 सेंचुरी सीमेंट
4.    बास्केटबाल                              बीईसी भिलाई
5.    साइकिलिंग                             मनमीत स्टील
6.    फेंसिंग                                    लाफार्ज सीमेंट
7.    फुटबाल                                  आईएनडी प्रा. लि. रायगढ़
8.    जिम्नास्टिक                           प्रकाश इंडस्ट्रीज लि. चांपा
9.    हैंडबाल                                    एनएमडीसी
10.    हाकी                                    वेदांता, बालको कोरबा
11.    खो-खो                                जीआर स्पंज एंड पावर लिमिटेड
12.    कबड्डी                               एसईसीएल
13.    नेटबाल                              एसकेएस स्टील एंड प्रा. लिमिटेड
14.    रग्बी सेवन ए साइड             वीसा स्टील एंड प्रा. लिमिटेड
15.    स्क्वैश                                इस्पात गोदावरी लि. रायपुर
16.    टेबल टेनिस                        एनटीपीसी कोरबा
17.    टेनिस                                वेदांता ग्लोबल लि. रायपुर
18.    वालीबाल                           शारदा इंडस्ट्रीज
19.    एक्वेटिक्स                        भिलाई इस्पात संयंत्र
20.    कनोइंग एंड क्याकिंग        ग्रासीम सीमेंट
21.    रोविंग को                         अंबूजा सीमेंट
22.    ट्रायथलान                       एलएंडडी सीमेंट।
23.    बाक्सिंग                         मोनेट
24.    वेटलिफ्टिंग                    जेपी सीमेंट
25.    कुश्ती                            सिम्पलेक्स लिमिटेड भिलाई
26.    जूडो                              एसीसी सीमेंट भिलाई
27.    कराते डू                        हीरा ग्रुप
28.    ताइक्वांडो                     बीकेएसके
29.    एक्वेस्ट्रेरियन (घुड़सवारी)  जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड रायगढ़ (पूर्व से प्रायोजित)   
30.    शूटिंग                          जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड रायगढ़ (पूर्व से प्रायोजित)
31.    लान बाल                      डीबी पावर
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विश्व कप : द. अफ्रीका की रोमांचक जीत

भारत को तीन विकेट से हराया, सचिन का शतक काम न आया
नागपुर. ग्रुप-बी के नागपुर में हुए मुकाबले में अंतिम ओवर तक चली जंग के बाद दक्षिण अफ्रीका ने भारत को तीन विकेट से हरा दिया। जीत के लिए 297 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रहे दक्षिण अफ्रीका ने 49.4वें ओवर में जीत का चौका लगा दिया। डी फ्लेसिस (25) और रॉबिन पीटरसन (18) नाबाद रहे। मैच समाप्ति से दो ओवर पहले तक टीम इंडिया मैच पर पकड़ बनाए हुए थी, लेकिन अंतिम ओवर में आशीष नेहरा गेंदों पर पड़े दो चौकों और एक छक्के से पासा ही पलट गया और दक्षिण अफ्रीका जीत गया। भारतीय पारी में विकेटों की झड़ी लगाने वाले डेल स्टेन मैन आफ द मैच रहे।
द.अफ्रीका को जहीर खान ने पहला और हरभजन ने दूसरा झटका दिया। जहीर ने स्मिथ को मिड आॅफ पर सचिन के हाथों कैच करवाया। इसके बाद क्रीज पर जमे हासिम अमला (61) को हरभजन की गेंद पर विकेट के पीछे कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने लपका। 36वें ओवर में जैक्स कालिस (69) जहीर खान की गेंद पर रन आउट हुए। विकेट कीपर धोनी ने थ्रो को शानदार ढंग से लपक कर स्टम्प पर दे मारा और तीसरे अंपायर ने कालिस को आउट करार दिया।
पावर प्ले के दौरान शॉट मारने के चक्कर में हरभजन की गेंद पर ए बी डीविलियर्स (52) बाउंड्री पर विराट कोहली के हाथों लपके गए। 43वें ओवर में जेपी डुमिनी (23) भी हरभजन का शिकार बने। शॉट मारने के चक्कर में वे क्रीज से बाहर आ गए और विकेट के पीछे धोनी ने उन्हें स्टम्प आउट कर दिया। 44वें ओवर में मुनाफ पटेल की गेंद पर मोर्न वान विक (5) पगबाधा आउट करार दिए गए। मुनाफ पटेल ने 49वें ओवर की अंतिम गेंद पर जोहान बोथा को सुरेश रैना के हाथों लपकवा दिया।
इससे पहले सचिन तेंदुलकर के शानदार शतक(111), और सहवाग व गंभीर के साथ शतकीय साझेदारियों के बावजूद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत 48.4 ओवर में 296 पर ढेर हो गया। एक समय भारत ने 39 ओवर में 1 विकेट पर 267 रन बना लिए थे लेकिन सचिन के आउट होते ही टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई और पूरी पारी 50 ओवर भी नहीं खेल पाई। डेल स्टेन ने 50 रनदेकर 5 विकेट चटकाए।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सहवाग ने स्टेन की पहली ही गेंद पर चौका जड़कर अपने इरादे जता दिए। हालांकि दूसरे ही ओवर में वान विक ने सहवाग का कैच टपका दिया। इस बीच सहवाग और आक्रामक हुए और 44 गेंदों पर अपना 47 वां अर्घशतक पूरा किया। इसके बाद सचिन ने भी आक्रामक खेल दिखाया और मात्र 33 गेंदों पर 5 चौकों व एक छक्के की मदद से अर्घशतक पूरा किया। हालांकि अर्धशतक बनाने के कुछ देर बाद सहवाग प्लेसिस की गेंद को लपकने के चक्कर में क्लीन बोल्ड हो गए। उन्होंने 66 गेंदों पर 73 रन बनाए। सचिन और सहवाग के बीच 142 रनों की साझेदारी हुई। दूसरे छोर पर सचिन ने अफ्रीकी गेंदबाजों की जमकर खबर ली और 92 गेंदों पर 7 चौकों व 3 छक्कों की  मदद से करियर का 48 वां शतक पूरा किया। उनका साथ निभा रहे गंभीर ने भी 59 गेंदों पर 50 रन पूरे किए। दोनों ने दूसरे किवेट के लिए 125 रन जोड़े। इस बीच रन गति बढ़ाने के चक्कर में सचिन मार्केल गेंद को प्वाइंट क्षेत्र में डुमिनी के हाथों में खेल बैठे। उन्होंने 101 गेंदों पर 111 रन बनाए। इसके अगले ही ओवर में गंभीर भी 69 रन बनाकर आउट हो गए। कप्तान धोनी 12 रन पर नाबाद रहे।
सचिन व गंभीर के आउट होते ही अफ्रीकी गेंदबाजों ने पांसा पलटा और भारत के मध्यमक्रम की कमर तोड़ते हुए उसे पूरी तरह ध्वस्त कर दिया । भारत के अंतिम 7 बल्लेबाज सिर्फ 28 रन ही जोड़ सके। चार बल्लेबाज तो खाता भी न खोल सके। दक्षिण अफ्रीका की ओर से डेल स्टेन ने पहले स्पेल मे पिटने के बाद शानदार वापसी की और 50 रन देकर 5 खिलाडियों को आउट किया। पीटरसन ने भी 2 विकेट लिए।

29 रन पर गंवाए 9 विकेट
भारत ने अंतिम 9 विकेट केवल 29 रन पर गंवा दिए। एक समय भारत को स्कोर 1 विकेट पर 267 रन था। तभी सचिन आउट हो गए। इकसे बाद भारत की पारी लड़खड़ाई और 8.4 ओवर में ही पूरी टीम 296 ढेर हो गई। अंतिम नौ विकेटों ने केवल 29 रन जोड़े।
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छक्के उड़ाने में सचिन ने गांगुली को पीछे छोड़ा
नागपुर. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक छक्के उड़ाने के मामले में पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।
 सचिन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप मैच में तेज गेंदबाज डेल स्टेन की गेंद पर जबर्दस्त पुल करते हुए डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग के ऊपर से छक्का मारा। सचिन का 449वें मैच में यह 191वां छक्का था। मास्टर ब्लास्टर ने इसके साथ ही गांगुली के 190 छक्के मारने के भारतीय रिकार्ड को पीछे छोड़ दिया। इस मैच से पहले सचिन और गांगुली एक बराबरी पर थे। सचिन ने इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ इसी टूर्नामेंट के मैच में अपने रिकार्ड 47वें शतक के दौरान पांच छक्के उड़ाकर गांगुली की बराबरी की थी।  गांगुली ने 311 मैचों में 190 छक्के मारे थे। वनडे में सर्वाधिक छक्के मारने का विश्वरिकार्ड पाकिस्तान के शाहिद आफरीदी के नाम है जिन्होंने 316 मैचों में 289 छक्के मारे हैं। श्रीलंका के सनत जयसूर्या 270 छक्कों के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
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भारत ने तोड़ा पहले पावरप्ले का अपना ही रिकार्ड
नागपुर. भारत ने दक्षिण   अफ्रीका के खिलाफ आज यहां विश्व कप ग्रुप-बी मैच में दस ओवर के पहले पावरप्ले में सबसे ज्यादा रन बनाने का अपना ही रिकार्ड तोड़ डाला।
 मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और नजफगढ़ के नवाब वीरेन्द्र सहवाग ने भारत को दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों डेल स्टेन और मोर्न मोर्कल के सामने गजब की शुरआत देते हुए पहले दस ओवरों में 87 रन जोड डाले। भारत ने इसके साथ ही हालैंड के खिलाफ अपने पिछले मैच में पहले दस ओवर में 82 रन बनाने के अपने ही पिछले रिकार्ड को तोड़ डाला। सहवाग ने मैच की शुरुआत एक बार फिर चौके के साथ ही। इसके बाद तो दसवें ओवर तक जाते-जाते भारतीय पारी में 12 चौके और एक छक्का लग चुका था।
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स्कोर कार्ड
भारत                                             रन    गेंद    4    6
ेसहवाग बो प्लेसिस                        73    66    12    0
सचिन कै डुमिनी बो मोर्केल               111    101    8    3
गंभीर कै कैलिस बो स्टेन                 69    75    7    0
यूसुफ कै स्मिथ बो स्टेन                  0    2    0    0
युवराज कै बोथा बो कैलिस             12    9    0    1
धोनी नाबाद                                   12    21    0    0
कोहली कै एंड बो पीटरसन               1    3    0    0
हरभजन बो स्टेन                           3    9    0    0
जहीर कै मोर्केल बो पीटरसन           0    3    0    0
नेहरा कै स्मिथ बो स्टेन                  0    3    0    0
मुनाफ बो स्टेन                             0    1    0    0
ृअतिरिक्त : 15, कुल : 48.4 ओवर में 296 रन (आलआउट)।  
विकेटपतन : 1-142 (वीरेंद्र सहवाग, 17.4), 2-267 (सचिन तेंदुलकर, 39.4), 3-268 (गौतम गंभीर, 40.1), 4-268 (यूसुफ पठान, 40.3), 5-283 (युवराज सिंह, 42.6), 6-286 (विराट कोहली, 43.6), 7-293 (हरभजन सिंह, 46.5), 8-294 (जहीर खान, 47.4), 9-296 (आशीष नेहरा, 48.3), 10-296 (मुनाफ पटेल, 48.4). गेंदबाजी : डेल स्टेन 9.4-0-50-5, मोर्न मोर्केल 7-0-49-1, जैक्स कैलिस 8-0-43-1, रोबिन पीटरसन 9-0-52-2, जेपी डुमिनी 3-0-29-0, जोहान बोथा 9-0-39-0, फाफ डू प्लेसिस 3-0-22-1 .
दक्षिण अफ्रीका                                      रन    गेंद    4    6
ग्रीम स्मिथ कै सचिन बो जहीर                16    2    2    0
अमला कै धोनी बो हरभजन                    61    72    5    0
कैलिस रनआउट                                    69    88    4    0
डीविलियर्स कै कोहली बो हरभजन         52    39    6    1
डुमिनी स्टंप्स बो हरभजन                      23    20    2    1
प्लेसिस नाबाद                                     25    23    0    1
वान विक पगबाधा बो मुनाफ                 5    5    1    0
बोथा कै रैना बो मुनाफ                         23    15    2    1
पीटरसन नाबाद                                 18    7    2    1
अतिरिक्त : 8, कुल :  49.4 ओवर में 7 विकेट पर 300 रन।
विकेटपतन : 1-41 (ग्रीम स्मिथ, 8.3), 2-127 (हाशिम अमला, 27.2), 3-173 (जैक्स कैलिस, 35.4), 4-223 (एबी डीविलियर्स, 40.3), 5-238 (जेपी डुमिनी, 42.3), 6-247 (वान विक, 43.6), 7-279 (जोहान बोथा, 47.5).
गेंदबाजी : जहीर खान 10-0-43-1, आशीष नेहरा 8.4-0-65-0, मुनाफ पटेल 10-0-65-2, यूसुफ पठान 4-0-20-0, युवराज सिंह 8-0-47-0, हरभजन सिंह 9-0-53-3.
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Friday 11 March, 2011

विश्व कप : वेस्टइंडीज क्वार्टर फाइनल में

कीरोन पोलार्ड के प्रहार के आगे हारा आयरलैंड
डेवोन स्मिथ
मोहाली. सलामी बल्लेबाज डेवोन स्मिथ (107) के शानदार शतक के बाद केरोन पोलार्ड (94 रन, 55 गेंद) की खेली गई आतिशी पारी और सुलेमान बेन (4/53) की खतरनाक गेंदबाजी की बदौलत वेस्टइंडीज ने विश्व कप के ग्रुप-बी के मुकाबले में उलटफेर में माहिर आयरलैंड को 46 रनों से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है।
स्मिथ ने 133 गेंदों में करियर का अपना पहला शतक लगाया। जबकि आखिरी के ओवरों में पोलार्ड की आतिशी पारी के दम पर ही वेस्टइंडीज 50 ओवर में 275 रन बनाकर आउट हो गया। पोलार्ड ने 55 गेंदों पर आठ चौके और पांच छक्कों की मदद से 94 रनों की शानदार पारी खेली। जवाब में एड जोएस (84) और गैरी विल्सन (61) की साहसिक पारियों के बावजूद आयरलैंड 49 ओवर में 231 रन बनाकर आल आउट हो गया। वंिडीज टीम की चार मैचों से यह तीसरी जीत है और छह अंकों के साथ वह अंक तालिका में भारत के बाद दूसरे स्थान पर आ गया है। जबकि आयरलैंड (4 मैच, एक जीत) पांचवें स्थान पर बना हुआ है।
अपने उलटफेर के लिए मशहूर आयरिश टीम ने कैरेबियाई आक्रमण का बखूबी सामना करते हुए काफी देर तक मैच में रोमांच बनाए रखा। हालांकि टीम की शुरुआत खराब रही थी और पाल स्टर्लिग [5] बेन सुलेमान की गेंद पर डैरेन सैमी के हाथों लपके गए। कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड एक बार फिर बल्लेबाजी में अपना बेहतर प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। वह टीम के 42 रन के स्कोर पर 34 गेंदों में 12 रन बनाकर सैमी की गेंद पर कैच आउट हो गए। जोएस ने नील ओ ब्रायन के साथ तीसरे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी निभाई। लेकिन नील 25 रन बनाकर बेन की गेंद पर आउट हो गए। इसके बाद जोएस ने विल्सन के साथ पारी को आगे बढ़ाया और स्कोर 177 रन तक ले गए। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 91 रन की साझेदारी की। दोनों बल्लेबाज जिस अंदाज में खेल रहे थे उससे लग रहा था कि यूरोपीय टीम विश्व कप में एक और उलटफेर कर देगी। लेकिन जोएस 106 गेंदों में नौ चौके लगाने के बाद 84 रन बनाकर आउट हो गए।
जोएस के बाद टीम को केविन से एक और महान पारी की उम्मीद थी लेकिन वह पर खरे नहीं उतरे और मात्र पांच रन बनाकर सैमी की गेंद पर पोलार्ड की गेंद पर कैच आउट हो गए। दूसरे छोर पर टिके विल्सन अब अकेले पड़ गए क्योंकि कोई उनका साथ नहीं दे रहा था। परिणामस्वरूप विल्सन भी 61 रन बनाने के बाद सैमी की गेंद पर पगबाधा हो गए। इसके बाद पुछल्ले बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके और पूरी टीम 49 ओवर में आउट हो गई। एक समय आयरलैंड के 177 रन पर चार विकेट थे लेकिन अगले छह विकेट मात्र 54 रन बनाकर आउट हो गए।  बल्ले से असफल रहे विंडीज कप्तान डैरेन सैमी ने 31 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
इससे पहले आयरलैंड ने टास जीतकर वेस्टइंडीज टीम को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। डेवोन स्मिथ (107) के साथ शिवनारायण चंद्रपाल (35) ने पारी की शुरुआत की। पेट की मांसपेशियों में खिंचाव के चलते क्रिस गेल इस मैच में हिस्सा नहीं ले पाए। स्मिथ और चंद्रपाल ने वेस्टइंडीज को संभली हुई शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 89 रन जोड़े। आयरलैंड को पहली सफलता केविन ने चंद्रपाल को आउट करके दिलाई। इसके बाद विंडीज के लगातार अंतराल पर विकेट गिरते गए। हालांकि स्मिथ एक छोर संभाले हुए थे। स्मिथ ने 133 गेंदों का सामना करते हुए 11 चौके और एक छक्के की मदद से 107 रनों की जबर्दस्त शतकीय पारी खेली। स्मिथ के बाद पोलार्ड ही आयरलैंड गेंदबाजों का सामना कर सके। रामनरेश सरवन 10 रन बनाकर दहाई का आंकड़ा छूने वाले चौथे और आखिरी कैरेबियाई बल्लेबाज थे। एक छोर से विकेटों के पतने के बावजूद पोलार्ड ने प्रहार जारी रखा और मात्र 35 गेंदों में पचासा पूरा किया। आयरिश टीम के लिए केविन सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 71 रन देकर चार विकेट निकाले।
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स्कोर कार्ड
वेस्टइंडीज                                           रन    गेंद    4    6
स्मिथ बो के ओब्रायन                           107    133    11    1
चंद्रपाल कै पोर्टरफील्ड बो केओब्रायन    35    62    3    0
ब्रावो बो के ओब्रायन                             0    3    0    0
सरवन कै मूनी बो डोकरेल                    10    19    1    0
पोलार्ड कै रैनकिन बो मूनी                   94    55    8    5
सैमी कै डोकरेल बो के ओब्रायन             4    3    1    0
थामस कै एन ओब्रायन बो रैनकिन       2    8    0    0
रसेल बो मूनी                                      3    7    0    0
मिलर नाबाद                                     5    6    6    0
बेन रनआउट                                     2    1    0    0
रोच कै स्टर्लिंग बो बोथा                      1    2    0    0
अतिरिक्त : 12, कुल : 50 ओवर में 275 रन (आलआउट)।
विकेटपतन : 1-89 (चंद्रपाल, 24.2), 2-89 (डैरेन ब्रावो, 24.5), 3-130 (रामनरेश  सरवन, 31.6), 4-218 (डेवोन स्मिथ, 42.3), 5-222 (डैरेन सैमी, 42.6), 6-228 (डेवोन थामस, 44.6), 7-267 (कीरोन पोलार्ड, 48.1), 8-267 (आंद्रे रसेल, 48.2), 9-272 (सुलेमान बेन, 49.2), 10-275 (केमर रोच, 49.6).  
गेंदबाजी : बोयड रैनकिन 10-1-35-1, कुसैक 7-1-22-0, जान मूनी 9-0-58-2, आंद्रे बोथा 10-0-56-1, केविन ओब्रायन 9-0-71-4, पाल स्टर्लिंग 2-0-9-0, जार्ज डोकरेल 3-0-15-1 .
आयरलैंड                                                रन    गेंद    4    6
पोर्टरफील्ड कै रामपाल बो सैमी                11    34    2    0
स्टर्लिंग कै सैमी बो बेन                           5    6    1    0
जोयसे बो रसेल                                     84    106    9    0
एन ओब्रायन बो बेन                              25    31    2    0
विल्सन पगबाधा बो सैमी                     61    62    6    1
के ओब्रायन कै पोलार्ड बो सैमी              5    9    0    0
कुसैक स्टंप्स थामस बो बेन                 2    5    0    0
मूनी बो रोच                                       6    7    1    0
बोथा रनआउट                                   0    7    0    0
डोकरेल बो बेन                                 19    19    3    0
रैनकिन नाबाद                                 5    9    0    0
अतिरिक्त : 8,   कुल :  49 ओवर में 231 रन (आलआउट)।  
विकेटपतन : 1-6 (पाल स्टर्लिंग, 1.4), 2-42 (पोर्टरफील्ड, 11.6), 3-86 (एन ओब्रायन, 20.6), 4-177 (जोयसे, 37.3), 5-187 (केविन ओब्रायन, 39.4), 6-199 (विल्सन, 41.4), 7-199 (कुसैक, 42.2), 8-201 (बोथा, 43.4), 9-215 (जान मूनी, 45.5), 10-231 (डोकरेल, 48.6).  
गेंदबाजी : केमर रोच 8-0-34-1, सुलेमान बेन 10-0-53-4, डैरेन सैमी 10-3-31-3, आंद्रे रसेल 10-2-37-1, कीरोन पोलार्ड 5-0-32-0, निकिता मिलर 6-0-40-0.
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