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"खेल सिर्फ चरित्र का निर्माण ही नहीं करते हैं, वे इसे प्रकट भी करते हैं." (“Sports do not build character. They reveal it.”) shankar.chandraker@gmail.com ................................................................................................................................................. Raipur(Chhattigarh) India

Thursday 28 July, 2011

लंदन ओलिम्पिक के पदकों का अनावरण

लंदन ओलिम्पिक-2012 :  पदक बड़े और खूबसूरत भी  
अनावरण अवसर पर प्रिंसेस एन (बाएँ) और आयोजन समिति के प्रमुख सैबेस्टियन को। 
 लंदन। लंदन ओलिम्पिक में एक वर्ष शेष रहते खेलों के इस महाकुंभ की उल्टी गिनती शुरू हो गई और पदकों का भी अनावरण कर दिया गया। लंदन के ट्रैफलगर स्क्वेयर में आयोजित पदक अनावरण समारोह में ओलिम्पिक में विजेताओं को मिलने वाले स्वर्ण, रजत और कांस्य पदकों को पहली बार प्रदर्शित किया गया। लंदन इससे पहले दो बार ओलिम्पिक खेलों की मेजबानी कर चुका है। वर्ष 1908 और 1948 के बाद वह तीसरी बार ओलिम्पिक की मेजबानी करने जा रहा है।
ब्रिटेन के प्रसिद्ध डिजाइनर डेविड वॉटकिंस द्वारा डिजाइन किए गए ये पदक पिछले पदकों के मुकाबले ज्यादा बड़े और वजनी हैं। इन पदकों का व्यास 85 मिलीमीटर है और वजन 400 ग्राम है। अगर कोई खिलाड़ी बीजिंग ओलिम्पिक के दौरान तैराकी में सात-आठ पदक जीतने वाले माइकल फेल्प्स की तरह इस बार इतने पदक जीतता है तो उसे अपनी गर्दन मजबूत रखनी होगी।
पदक के बीच में ऐसा डिजाइन बनाया गया है जिससे आड़ी-तिरछी रेखाएँ निकल रही हैं। ये रेखाएँ लंदन से निकलती ऊर्जा की द्योतक हैं। इसमें टेम्स नदी को एक रिबन के रूप में दिखाया गया है जो बीच में है। गोलाकार इस पदक के दूसरी तरफ यूनानी मिथकों में जीत और खेल की भावना की प्रतीक मानी जाने वाली देवी 'नाइकी" की तस्वीर उकेरी गई है। पदक पर उस खेल का नाम लिखा होगा जिसमें खिलाड़ी विजेता बनेंगे। हालाँकि इस बार ओलिम्पिक के स्वर्ण पदक विजेताओं को भारी निराशा होगी क्योंकि उन्हें दिए जाने वाले इन वजनी पदकों में मात्र 1.34 प्रतिशत ही सोना है। इसमें 92.5 प्रतिशत चाँदी और अन्य धातुएँ हैं। इन पदकों को इस वर्ष के अंत में दक्षिणी वेल्स के टकसाल में ढाला जाएगा। 
 वॉटकिंस ने कहा- मैंने वर्ष 2000 में हुए सिडनी ओलिम्पिक के लिए जो पदक डिजाइन किए थे, ये पदक उससे बड़े हैं और खूबसूरत भी हैं। उन्होंने कहा- मैं बेसब्री से उस पल की प्रतीक्षा कर रहा हूँ जब 2100 पदकों में से पहला पदक किसी खिलाड़ी को दिया जाएगा। मैं यह सोचकर रोमांचित हूँ कि ओलिम्पिक में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी मेरा डिजाइन किया हुआ पदक पहनेंगे।

फुटबॉल टूर्नामेंट के सभी टिकट बिकने की उम्मीद
ओलिम्पिक खेलों की आयोजन समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पॉल डीटन ने फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए बाकी बचे 15 लाख टिकटों की बिक्री की उम्मीद जताई है। डीटन ने कहा-ड्रॉ निकलने के बाद टिकटों की बिक्री में तेजी आएगी क्योंकि तभी लोगों को पता चलेगा कि कौन-सी टीम कहाँ खेल रही है।
ओलिम्पिक में पुरुष और महिला टीमों के फुटबॉल मुकाबले  ब्रिटेन के कई शहरों में आयोजित किए जाएँगे। इनमें कार्डिफ का मिलेनियम स्टेडियम, ग्लास्गो का हैम्पडन पार्क और लंदन का वेम्बली स्टेडियम शामिल है। इस वर्ष के अंत में तीसरी बार फुटबॉल मैचों के टिकटों की बिक्री की जाएगी, जिनकी कीमत 20 से 185 पाउंड के बीच होगी। बाकी सभी खेलों के अधिकांश टिकट पहले ही बिक चुके हैं। डीटन ने कहा-हम अब तक आठ लाख टिकट बेच चुके हैं जबकि टिकट खरीदने वालों को यह अभी तक यह पता नहीं है कि वे किसे देखने जा रहे हैं। उन्होंने कहा-फाइनल और सेमीफाइनल के टिकट तो कब के बिक चुके हैं। क्वार्टर फाइनल के टिकट भी बिक रहे हैं लेकिन लीग मैचों के टिकट धीरे-धीरे बिक रहे हैं। इनका कोई पैटर्न नहीं है क्योंकि सप्ताहाँत वाले टिकट सबसे अधिक बिकते हैं। हालाँकि शेष टिकट बिकते हैं या नहीं, इसका ज्यादा असर हमारे बजट पर नहीं पड़ने जा रहा क्योंकि ये सस्ते टिकट हैं। फाइनल के टिकट महँगे होते हैं जिसकी बिक्री पहले ही हो चुकी है।
 

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