मुंबई. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने देशवासियों से वादा किया है कि भारतीय उपमहाद्वीप में 19 फरवरी से शुर हो रहे विश्वकप में खिताब जीतने के लिए टीम इंडिया अपनी तरफ से पूरा जोर लगाएगी।
आगामी विश्व कप में भारत की संभावनाओं के बारे में सोनीपत के एक बच्चे के सवाल पर सचिन ने कहा कि हम अपनी ओर से पूरा प्रयास करेंगे. बाकी भगवान के हाथों में है। स्कूलों में सफाई, शौचालय आदि की बेहतर सुविधाओं पर केंद्रित (सपोर्ट माई स्कूल) अभियान के तहत के सचिन स्कूली बच्चों के सवालों के जवाब दे रहे थे। अपने करिअर में रिकार्डों का अंबार लगाने के बारे में पूछे जाने पर सचिन ने कहा कि मैं तो बस खेलने के लिए उतरता हूं। बाकी रिकार्ड खुद-ब-खुद बनते चले जाते हैं। सचिन ने छात्रों से अपील की कि वे अपना ध्यान पढ़ाई पर लगाएं और देश का नाम ऊंचा करें। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात होती है कि आप जो भी करें, उसका पूरा आनंद लें। अपने काम को मजे में करें, फिर धीरे धीरे आप उसमें महारत हासिल कर लेंगे। उन्होंने कहा कि अपना शत प्रतिशत समर्पण कर ही कोई शख्स सफलता पा सकता है। उन्होंने कहा कि आप जो भी करें, चाहें वह खेल हो या अभ्यास या फिर कोई और काम आपका शत प्रतिशत ध्यान अपने काम पर होना चाहिए। आगामी विश्व कप 19 फरवरी से भारतीय उपमहाद्वीप में हो रहा है और इसका फाइनल सचिन के गृहनगर मुंबई में खेला जाना है। इसलिए घरेलू माहौल होने के कारण टीम इंडिया और सचिन पर दबाव बढ़ गया है। सचिन भी कई बार कह चुके हैं कि वह कम से कम एक विश्व कप जीतना चाहते हैं।
विश्व कप जीतने का सचिन का सपना पूरा होगा : क्लूजनर

चेन्नई. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज आलराउंडर लांस क्लूजनर ने भारत को 19 फरवरी से शुरू हो रहे विश्व कप में खिताब का प्रबल दावेदार बताते हुए आज कहा कि सचिन तेंदुलकर टीम इंडिया को इस मुकाम तक पहुंचा सकते हैं। क्लूजनर ने कहा कि भारत के खिताब जीतने का 60 प्रतिशत चांस है। शीर्षक्रम में भारत के पास दुनिया के छह बेहतरीन बल्लेबाज हैं। मुझे लगता है कि सचिन भारत के लिए खिताब जीत सकते हैं और इस तरह वह अपना सपना भी पूरा कर सकते हैं। कार निर्माता कपंनी (फोर्ड) के एक कार्यक्रम में भाग लेने आए क्लूजनर ने यूनी एजेंसी से कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप की टीमों को पिच और परिस्थितियों का फायदा मिलेगा।
मुझे लगता है कि भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल में पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के लिए यहां की परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं और इन टीमों के लिए सेमीफाइनल में पहुंचना आसान नहीं होगा। मैं कामना करता हूं कि भारत और दक्षिण अफ्रीका में खिताबी मुकाबला हो और जीत हमारी टीम को मिले। क्लूजनर ने कहा कि विश्व कप में मध्य ओवरों में स्पिनरों से निपटना किसी भी टीम की सफलता के लिए काफी अहम होगा। उन्होंने कहा कि हर कोई पहले और आखिरी दस ओवरों के बारे में बात करता है लेकिन मध्य ओवरों में स्पिनरों को अच्छी तरह खेलना किसी भी टीम के लिए काफी अहम है। वर्ष 1999 के विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के विस्फोटक बल्लेबाज और अहम गेंदबाज रहे क्लूजनर ने कहा कि अगर किसी टीम को अच्छी शुरुआत मिलती है। मध्य ओवरों में भी उसकी लय बरकरार और अंत तक वह अच्छा संघर्ष करती है तो उस टीम के खिताब जीतने की ज्यादा संभावना है।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हाल में संपन्न वनडे सीरीज के बारे में क्लूजनर ने स्वीकार किया कि दिग्गज आलराउंडर जैक्स कैलिस की अनुपस्थिति में मेजबान टीम को अपने कई स्टार खिलाडियों के बिना खेल रहे भारतीय टीम पर 3-2 से जीत दर्ज करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण अफ्रीका की परिस्थितियों मेंं काफी अंतर है लेकिन भारत के खिलाफ मिली जीत विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के लिए टानिक का काम करेगी।
आगामी विश्व कप में भारत की संभावनाओं के बारे में सोनीपत के एक बच्चे के सवाल पर सचिन ने कहा कि हम अपनी ओर से पूरा प्रयास करेंगे. बाकी भगवान के हाथों में है। स्कूलों में सफाई, शौचालय आदि की बेहतर सुविधाओं पर केंद्रित (सपोर्ट माई स्कूल) अभियान के तहत के सचिन स्कूली बच्चों के सवालों के जवाब दे रहे थे। अपने करिअर में रिकार्डों का अंबार लगाने के बारे में पूछे जाने पर सचिन ने कहा कि मैं तो बस खेलने के लिए उतरता हूं। बाकी रिकार्ड खुद-ब-खुद बनते चले जाते हैं। सचिन ने छात्रों से अपील की कि वे अपना ध्यान पढ़ाई पर लगाएं और देश का नाम ऊंचा करें। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात होती है कि आप जो भी करें, उसका पूरा आनंद लें। अपने काम को मजे में करें, फिर धीरे धीरे आप उसमें महारत हासिल कर लेंगे। उन्होंने कहा कि अपना शत प्रतिशत समर्पण कर ही कोई शख्स सफलता पा सकता है। उन्होंने कहा कि आप जो भी करें, चाहें वह खेल हो या अभ्यास या फिर कोई और काम आपका शत प्रतिशत ध्यान अपने काम पर होना चाहिए। आगामी विश्व कप 19 फरवरी से भारतीय उपमहाद्वीप में हो रहा है और इसका फाइनल सचिन के गृहनगर मुंबई में खेला जाना है। इसलिए घरेलू माहौल होने के कारण टीम इंडिया और सचिन पर दबाव बढ़ गया है। सचिन भी कई बार कह चुके हैं कि वह कम से कम एक विश्व कप जीतना चाहते हैं।
विश्व कप जीतने का सचिन का सपना पूरा होगा : क्लूजनर

चेन्नई. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज आलराउंडर लांस क्लूजनर ने भारत को 19 फरवरी से शुरू हो रहे विश्व कप में खिताब का प्रबल दावेदार बताते हुए आज कहा कि सचिन तेंदुलकर टीम इंडिया को इस मुकाम तक पहुंचा सकते हैं। क्लूजनर ने कहा कि भारत के खिताब जीतने का 60 प्रतिशत चांस है। शीर्षक्रम में भारत के पास दुनिया के छह बेहतरीन बल्लेबाज हैं। मुझे लगता है कि सचिन भारत के लिए खिताब जीत सकते हैं और इस तरह वह अपना सपना भी पूरा कर सकते हैं। कार निर्माता कपंनी (फोर्ड) के एक कार्यक्रम में भाग लेने आए क्लूजनर ने यूनी एजेंसी से कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप की टीमों को पिच और परिस्थितियों का फायदा मिलेगा।
मुझे लगता है कि भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल में पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के लिए यहां की परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं और इन टीमों के लिए सेमीफाइनल में पहुंचना आसान नहीं होगा। मैं कामना करता हूं कि भारत और दक्षिण अफ्रीका में खिताबी मुकाबला हो और जीत हमारी टीम को मिले। क्लूजनर ने कहा कि विश्व कप में मध्य ओवरों में स्पिनरों से निपटना किसी भी टीम की सफलता के लिए काफी अहम होगा। उन्होंने कहा कि हर कोई पहले और आखिरी दस ओवरों के बारे में बात करता है लेकिन मध्य ओवरों में स्पिनरों को अच्छी तरह खेलना किसी भी टीम के लिए काफी अहम है। वर्ष 1999 के विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के विस्फोटक बल्लेबाज और अहम गेंदबाज रहे क्लूजनर ने कहा कि अगर किसी टीम को अच्छी शुरुआत मिलती है। मध्य ओवरों में भी उसकी लय बरकरार और अंत तक वह अच्छा संघर्ष करती है तो उस टीम के खिताब जीतने की ज्यादा संभावना है।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हाल में संपन्न वनडे सीरीज के बारे में क्लूजनर ने स्वीकार किया कि दिग्गज आलराउंडर जैक्स कैलिस की अनुपस्थिति में मेजबान टीम को अपने कई स्टार खिलाडियों के बिना खेल रहे भारतीय टीम पर 3-2 से जीत दर्ज करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण अफ्रीका की परिस्थितियों मेंं काफी अंतर है लेकिन भारत के खिलाफ मिली जीत विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के लिए टानिक का काम करेगी।
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