About Me

My photo
"खेल सिर्फ चरित्र का निर्माण ही नहीं करते हैं, वे इसे प्रकट भी करते हैं." (“Sports do not build character. They reveal it.”) shankar.chandraker@gmail.com ................................................................................................................................................. Raipur(Chhattigarh) India

Saturday 26 February, 2011

नेशनल गेम्स : अलविदा झारखंड, अब मिलेंगे केरल में


समापन समारोह  में मार्चपास्ट करते छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी.       ....फोटो : दिनेश यदु 
कैटरीना के रंग में 34वें राष्ट्रीय खेलों का रंगारंग समापन
झारखंड से कमलेश गोगिया
रांची. देश का मिनी ओलंपिक कहलाए जाने वाले 34वें राष्ट्रीय खेलों का अभिनेत्री कैटरीना कैफ  और शान की शानदार प्रस्तुति और बेहतरीन आतिशाबाजी के साथ समापन हुआ। झारखंड की रांची राजधानी देर रात तक समपान के रंग में रंगी रही। समापन समारोह ने झारखंड के लाखो लोगों का  दिल जीत लिया। इसके साथ ही 35वें राष्ट्रीय खेलों का भी आगाज हो  गया जिसका आयोजन नवंबर 2012 में केरल में किया जाएगा।
रांची, जमशेदपुर और धनबाद 14 दिनों तक राष्ट्रीय खेलों के उत्सव में डुबी रही। शनिवार को लाखों लोगों की भीड़ के बीच 34वें  राष्ट्रीय खेलों का  समापन हुआ। रांची के बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम में समापन समारोह को आकर्षक  बनाने पिछले एक सप्ताह से जोरदार तैयारियां चल रहीं थी। एक दिन  पहले अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने भी समारोह को व्य बनाने जमकर अभ्यास किया और समारोह में अपनी बेहतरीन प्रस्तुति से लाखों लोगों का दिल जीत लिया। झारखंड के स्थानीय कलाकारों ने भी पारंपरिक लोक नृत्य के साथ समारोह को रंगारंग बना दिया। समारोह के अंतिम कुछ मिनट में सिने भिनेत्री कैटरीना ने अपनी लाइव प्रस्तुति दी और फिर आतिशबाजी के नजारे ने समां बांध दिया। शम साढ़े पांच बजे शुरू हुआ समारोह देर रात तक चला और समारोह में हिस्सा लेने हजारों की भीड़ दोपहर से ही मुख्य स्टेडियम में पहुंच गई थी। सभी कैटरिना की एक झलक पाने की दीवानगी में थे। कैटरिना की प्रस्तुति से पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इससे पहले खिलाड़ियों ने आकर्षक मार्च पास्ट किया। पदक तालिका में नंबर वन स्थान हासिल करने वाली सर्विसेस को राजा मलेंद्र ट्रापी प्रदान की गई। झारखंड के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, उपमुख्यमंत्री सुदेश और कई बड़े अधिकारियों के बीच 35वें राष्ट्रीय खेलों के लिए केरल ओलंपिक एसोसिएशन को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) का ध्वज प्रदान किया गया।
हजारों लोगों ने उठाया समापन समारोह का लुत्फ
रांची के बिरला मुंडा एथलेटिक स्टेडियम (मुख्य आयोजन स्थल) में दोपहर से ही लोगों की भीड़ आने लगी थी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुबह से ही शहर के मुख्य चौराहों में यातायात की तगड़ी व्यवस्था की गई थी। जिन रास्तों को बंद कर दिया गया था उन रास्तों पर लोगों को माइक से सूचना दी गई। पूरा स्टेडियम विहंगम दृश्य लिए समापन समारोह के रंग में रंग गया था।
जुड़ गया छत्तीसगढ़ का नाम
झारखंड के 34वें नेशनल गेम्स में एक तरफा जहां केरल को आईओए का ध्वज देकर 35वें नेशनल गेम्स का आगाज किया गया तो दूसरी तरफ देशभर की मीडिया को जो ब्रोशर बांटे गए उनमें छत्तीसगढ़ में वर्ष 2013 के 37वें राष्ट्रीय खेलों की भी जानकारी दी गई। समापन समारोह के अंतिम दिन नेशनल गेम्स आयोजन समिति ने देशभर से आए पत्रकारों को विवरिणा वितरीत की जिसमें नेशनल गेम्स का पूरा इतिहास दर्शाया गया है। साथ ही केरल में 35वें, गोवा में 36वें और फिर छत्तीसगढ़ में 37वें नेशनल गेम्स के आयोजन की जानकारी दी गई है।
ये रहा समापन समारोह का आकर्षण
समारोह  में प्रस्तुति देते कलाकार.    ....फोटो : दिनेश यदु 
व्य समापन समापन समारोह की होस्ट टेलीविजन की लोकप्रिय भिनेत्री और माडल रक्षंदा खान थीं। समारोह को आकर्षक बनाने पहले पैराशो का बेहतरीन प्रदर्शन किया गया।  सिक्ख रेजीमेंट ब्रास बैंड और पंजाब रेजीमेंट ब्रास बैंड की धुन के साथ-साथ स्काय डाइविंग का भी रोमांच लोगों ने उठाया। समारोह के मुख्य आकर्षण में जम्बो मार्च पास्ट भी शामिल था। ये देश रंगीला गीत पर मणिपुर और पंजाब के लोक नृत्य भी काफी सराहनीय रहा। लिटिल चैंप हेमंत बृजवासी, सारेगमा फेम यथार्थ, अनामिका चौधरी की प्रस्तुति के साथ-साथ बिदाई एक्ट और शान के संगीत का भी जादू जमकर चला। नमस्ते केरल पर दी गई प्रस्तुति ने केरल में होने वाले 35वें राष्ट्रीय खेलों का आगाज हुआ।
रिचा मिश्रा और वीरधवल ने जीते सर्वाधिक पदक
देश की ख्यातिप्राप्त तैराक जलपरी दिल्ली की रिचा मिश्रा ने महिला वर्ग में सबसे ज्यादा पदक हासिल किए। रिचा ने सबसे ज्यादा 11 स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य सहित कुल 16 पदक हासिल किए जो सबसे ज्यादा पदक हासिल करने का कीर्तिमान भी है। पुरष वर्ग में महाराष्ट्र के वीरधवर खांडे सबसे ज्यादा पदक हासिल करने वाले एथलीट  रहे जिन्होंने तैराकी में ही 8 स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक सहित कुल 12 पदक हासिल किए।
छत्तीसगढ़ पदक तालिका में 20वें स्थान पर
एक स्थान और आगे बढ़ गए हम, सर्विसेस नंबर वन
34वें राष्ट्रीय खेलों की पदक  तालिका में छत्तीसगढ़ ने चार स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक के साथ 20वां स्थान हासिल किया है। छत्तीसगढ़ ने स्वर्ण पदकों की संख्या में इजाफा किया तो कुल पदक हासिल करने की संख्या और पदक तालिका में ाी एक कदम आगे बढ़ाया है। पिछले नेशनल गेम्स (असम के 33वें राष्ट्रीय खेल) में छत्तीसगढ़ ने तीन स्वर्ण और तीन रजत पदक सहित 21वां स्थान हासिल किया था।  पिछले बार की तरह इस बार भी सर्विसेस ने 69 स्वर्ण, 50 रजत और 42 कांस्य पदक सहित कुल 161 पदक हासिल कर पहला स्थान हासिल किया है। दूसरे स्थान पर मणिपुर, तीसरे पर हरियाणा, चौथे पर महाराष्ट्र और पांचवे स्थान पर मेजबान झारखंड है। 34वें   राष्ट्रीय खेलों में कुल 444 स्वर्ण, 447 रजत और 588 कांस्य पदक सहित कुल 1479 पदक बांटे गए।
दो दिन कमरे मैं कैद कलमाड़ी सीधे दिखे समापन समारोह में
भारतीय ओलंकि संघ के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी रांची के होटल एटी इंटरनेशनल में दो दिन पहले से ही मौजूद थे लेकिन वे कमरे से बाहर नहीं निकले। कलमाड़ी को घेरने नेशनल मीडिया ने भी काफी प्रयास किया लेकिन वे उपलब्ध नहीं हुए। कामनवेल्थ गेम्स के घोटालों में फंसे कलमाड़ी दर्जनर वकीलों के साध कमरे में बंद रहे। इस दौरान रांची में इस बात की भी जमकर चर्चा रही कि उन्हें सीबीआई कभी भी गिरफ्तार कर सकती है। हालांकि ऐसा हुआ कुछ नहीं लेकिन कलमाड़ी सीधे समापन समारोह में ही दिखे। समारोह में केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन के आने का भी कार्यक्रम निर्धारित था लेकिन वे नहीं पहुंचे।
पदक के मामले में 12 राज्यों से आगे निकला छत्तीसगढ़
34वें राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ ने भी एक बार फिर से साबित कर दिखाया है कि वह देश के उन 12 राज्यों से खेलों के मामले में बेहतर है जो क्रमश: 21 वें से लेकर 32वें स्थान तक पहुंचे हैं। इनमें छत्तीसगढ़ के बाद अंडमान निकोबार, हिमाचल प्रदेश, बिहार, मेघालय, सिक्किम, जम्मू-कश्मीर, गुजरात अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़, मिजोरम, नागालैंड शामिल हैं। छत्तीसगढ़ के बाद अंडमान निकोबार ने तीन स्वर्ण, हिमाचल प्रदेश ने दो-दो और बिहार, मेघालय व सिक्किम ने एक-एक पदक हासिल किया है।
पदक तालिका
राज्य                स्वर्ण  रजत   कांस्य  कुल
सर्विसेस                70         50         42         162
मणिपुर                48         37         33         118
हरियाणा               42         33         40         115
महाराष्ट्र                41         44         47         132
झारखंड                33         26         37         96
दिल्ली                 32         26         41         99
केरल                  30         29         28         87
मध्यप्रदेश              25         32         46         103
पंजाब                 23         38         54         115
उत्तरप्रदेश              20         22         28         70
कर्नाटक               16         19         20         55
तमिलनाडु             14         12         27         53
त्रिपुरा                 6          2          1          9
आन्ध्रप्रदेश           5          19         25         49
आसाम                5          11         18         34
गोवा                  5          5          6          16
उड़ीसा                 5          4          3          12
वेस्ट बंगाल            4          10         21         35
उत्तरांचल              4          4          5          13
राजस्थान             4          1          10         15
छत्तीसग़ढ़           4          1          2          7
अंडमान निकोबार      3          2          2          7
हिमाचल प्रदेश        2          0          5          7
बिहार               1          5          6          12
मेघालय              1          3          2          6
सिक्किम             1          2          1          4
जम्मू-कश्मीर         0          4          8          12
गुजरात              0          3          4          7
अरुणाचल प्रदेश      0          1          10         11
चंडीगढ़             0          1          9          10
मिजोरम            0          1          5          6
नागालैंड            0          0          2          २
-------------------------------------------------------------------------
कुल               444       447       588       १४७९
-----------------------------------------------------------------------------




No comments:

Post a Comment